ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) पहाड़ों में हो रही बारिश से कानपुर में गंगा चेतावनी बिंदु पर पहुंच गई हैं. हालत ऐसी है कि लगातार बढ़ते जलस्तर की वजह से कटरी के चैनपुरवा और भोपालपुरवा गांव में स्थिति खराब होती जा रही है. कटरी के गांवों में हलचल मचाते गंगा के पानी ने यहां पर खेत में लगी फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है. डीएम के निर्देश पर तहसील प्रशासन की कई टीमें बाढ़ प्रभावित गांवों में स्थितियों को जायजा ले रही हैं.
वहीं बाढ़ से प्रभावित कई ग्रामीण अब सड़क किनारे टेंट लगाकर रहने को मजबूर हो गए हैं. सबसे ज्यादा खराब हालत भोपालपुरवा गांव के बताए जा रहे हैं. यहां पर कमर तक पानी भरा हुआ है, जिसकी वजह से लोगों के सामने मुश्किलें बढ़ती जा रही है. यहां पर कई लोग तो छत पर आसरा बनाए हुए हैं. इसी तरह भगवानदीनपुरवा, चैनपुरवा में भी बाढ़ ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. बढ़ते जलस्तर की वजह से कटान का खतरा भी पैदा होता जा रहा है. ग्रामीणों ने महिलाओं और बच्चों को सतर्क रहने को कहा है.
इस बीच, कटरी के लोधवाखेड़ा स्थित प्राथमिक स्कूल में भी पानी भर गया. गांव जाने वाले रास्ते और खेत भी पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. शनिवार को गंगा बैराज की अपस्ट्रीम में 114.500 मीटर, डाउन स्ट्रीम पर 114.300 मीटर पर जलस्तर रहा. वहीं शुक्लागंज छोर पर चेतावनी बिंदु पर जलस्तर आ गया. इसके बाद बाढ़ राहत टीमें भी सक्रिय हो गई हैं. इस बीच, गंगा बैराज से रिकॉर्ड तीन लाख 93 हजार क्यूसेक पानी को छोड़ा गया. शनिवार को हरिद्वार से एक लाख 13 हजार क्यूसेक और नरोरा से तीन लाख 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. कानपुर के डीएम विशाख जी का कहना है कि बाढ़ राहत चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है. ग्रामीणों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं.