ABC News: बरसात के इस मौसम में आंखों के इंफेक्शन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि हैलट अस्पताल की ओपीडी में नेत्र रोग विभाग में तकरीबन 70 फीसदी केस कंजेक्टिीवाइटिस से जुड़े आ रहे हैं. शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में भी आंखों का यह रोग तेजी से फैल रहा है. तेजी से बढ़ रहे मामलों के बाद नेत्र रोग विशेषज्ञों ने चेताया है कि किसी भी कीमत पर खुद से डॉक्टर न बनें और न ही मेडिकल स्टोर से कोई आई ड्रॉप लें. यही नहीं, स्टेरॉयड तो किसी कीमत न नहीं लेने की डॉक्टरों ने सलाह दी है.
दरअसल स्टेरॉयड के प्रयोग से दो मरीजों की आंखों की रोशनी करीब-करीब चली गई है, मेडिकल कॉलेज में दो ऐसे मामले सामने आए हैं. इसके बाद से बिना किसी डॉक्टरी सलाह के स्टेरॉयड का उपयोग करने से डॉक्टर मना कर रहे हैं. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग की सहायक आचार्य डॉ. पारूल सिंह ने बताया कि बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से कंजेक्टिवाइटिस तेजी से फैल रहा है. इसको लेकर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रो बायोलॉजी लैब में जांच भी करायी गई है. उन्होंने बताया कि बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से एंटी बायोटिक आई ड्रॉप से मरीजों को राहत नहीं मिल पा रही है. ऐसे में जब बैक्टीरिया अपनी अवधि समाप्त कर ले रहा है, तभी यह इंफेक्शन सही हो रहा है. उन्होंने बताया कि स्टेरॉयड लेने की वजह से इंफेक्शन आंखों में बढ़कर अल्सर का रूप ले लेता है, जिसे कंजेक्टिवाइटिस और विकराल हो रही है और मरीजों की आंखों को भी नुकसान हो रहा है. ऐसे में किसी भी कीमत पर स्टेरॉयड का उपयोग बिल्कुल भी न किया जाए. उन्होंने कहा कि जिस किसी को कंजेक्टिवाइटिस हो, उस मरीज के कपड़े और रोजमर्रा की चीजों से दूरी बनाएं. आंखों को देखने से किसी के यह इंफेक्शन नहीं होता है.