ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) कानपुर में थाना चकेरी इस समय सुर्खियों में है,, यहां पर नाली के विवाद में पहले पड़ोसी आपस में भिड़ गए, मारपीट और पथराव हुआ, इसके बाद युवक ने घर की छत पर जाकर अधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी,, फायरिंग की चपेट में आने से मौके पर ही एक शख्स की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हुए हैं. इस घटना से पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया. घटना के बाद कांशीराम अस्पताल में भी परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है.
चकेरी के पटेलनगर में सरकारी नाली के विवाद को लेकर पड़ोसियों में कई दिनों से विवाद चल रहा था. कच्ची बस्ती निवासी प्रदीप सोनी ने बताया कि वह अपने शौचालय की लाइन को चैंबर से जुड़वाना चाहते थे लेकिन पड़ोसी शिव सागर शुक्ल इसका विरोध कर रहे हैं. इसी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है. सोमवार को प्रदीप यहां पर लाइन डलवा रहे थे. आरोप है कि तभी शिवसागर निकले और गाली गलौच करते हुए पत्थर चलाने लगे. प्रदीप को पत्थर लगा तो दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई. इस दौरान प्रदीप की बहन को भी शिवसागर ने मारा, जिसके बाद पथराव शुरू हो गया.
इससे आक्रोशित शिव सागर शुक्ल ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से छत पर चढ़कर फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान यहां पर खड़े ई रिक्शा चालक संदीप विश्वकर्मा, 80 साल की निर्मला देवी और 10 साल का अदनान फायरिंग की चपेट में आ गए, गोली लगने से तीनों वहीं गिर पड़े, तो मोहल्ले में हड़कंप मच गया,, बताया जा रहा है कि संदीप विश्वकर्मा अपनी बेटी को लेने स्कूल जा रहे थे लेकिन पड़ोसियों में विवाद होता देखकर कुछ देर के लिए रूक गए थे.
इसी बीच गोली लगने के बाद पड़ोसी तीनों घायलों को कांशीराम अस्पताल लेकर भागे. कांशीराम अस्पताल में डॉक्टरों ने संदीप विश्वकर्मा को मृत घोषित कर दिया जबकि बुजुर्ग महिला और बच्चे को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया. उधर, फायरिंग की घटना के बाद पड़ोसियों ने शिवसागर शुक्ला के साथ जमकर मारपीट की. घटना की सूचना मिलते ही चकेरी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.
इस बीच, कांशीराम अस्पताल में परिजनों और मोहल्ले के लोग हंगामा करने लगे, इस पर यहां भी भारी फोर्स पहुंच गया. यहां पर परिजनों की पुलिस से जमकर बहस हुई. डीसीपी शिवाजी शुक्ल ने बताया कि नाली को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें फायरिंग की गई है. फायरिंग में एक की मौत हुई है जबकि दो लोग घायल हैं. सभी घायलों का उपचार कराया जा रहा है.
थाना दिवस में की गई थी शिकायत
बताया जा रहा है कि नाली को लेकर पिछले कई दिनों से यहां पर विवाद चल रहा था. आठ जुलाई को थाना दिवस में भी इसकी शिकायत की गई थी लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. इसका असर यह हुआ कि सोमवार को इतनी बड़ी घटना हो गई. डीसीपी शिवाजी शुक्ल का कहना है कि शिकायत पर पुलिस के एक्शन लेने से पहले ही घटना हो गई.