ABC News: शनिवार को हैलट अस्पताल परिसर में बने आवासों को तोड़ने के लिए नोटिस चस्पा की गई. भारी सुरक्षा बल के साथ मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने आवासों पर नोटिस चस्पा किया. करीब 40 आवासों के बाहर नोटिस चस्पा किया गया. आवासों को तोड़कर ट्रॉमा सेंटर बनाया जाना है. कई आवास पहले ही तोड़े जा चुके हैं. आवास खाली करने के लिए 3 दिन का वक्त दिया गया है. कई झोपड़ी भी शामिल हैं.
हैलट अस्पताल परिसर में प्रस्तावित ट्रॉमा सेंटर के लिए केंद्र सरकार ने नेशनल हेल्थ मिशन के तहत 270 करोड़ रुपए को मंजूरी दी है. इस धनराशि से भवन बनेगा। ट्रॉमा सेंटर में आठ मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाए जाएंगे. ट्रॉमा सेंटर में मंडल के जिलों के अलावा आसपास के 17 जिलों के रोगियों को अच्छा इलाज मिलेगा. 375 करोड़ की लागत से प्रस्तावित ट्रॉमा सेंटर का प्रस्ताव कोरोना काल के कारण अटक गया था. केंद्र सरकार में इसकी फाइल रुकी हुई थी. अब निर्माण कार्य भी जल्द शुरू किया जाना है. इसके बाद उपकरणों के संबंध में प्रस्ताव पास किया जाएगा. इससे प्रदेश सरकार का भी शेयर रहेगा. निर्माण कार्य के लिए जमीन खाली कराई जा रही है. ट्रॉमा सेंटर में 200 बेड रहेंगे. इनमें सौ बेड ट्रॉमा के रोगियों के लिए रहेंगे. वहीं, बाकी सौ बेड दूसरी स्पेशियलिटी से संबंधित इमरजेंसी के लिए रहेंगे. इनमें मेडिसिन, सर्जरी और दूसरे विभागों के रोगी भर्ती हो सकेंगे. इससे घायलों के साथ सभी रोगियों को विशेषज्ञों का इलाज मिल सकेगा. हैलट में अभी ट्रॉमा रोगियों के लिए सिर्फ 26 बेड हैं. यहां प्रतिदिन सौ से डेढ़ ट्रॉमा के रोगी आते हैं. इससे उन्हें इमरजेंसी में स्थिर करने के बाद सामान्य वार्डों में रखकर इलाज किया जाता है. ट्रॉमा सेंटर बनने के बाद इन रोगियों के इलाज की पर्याप्त सुविधा हो जाएंगी.