ABC News: कानपुर में लापता युवक का शव पांच दिन बाद पुलिया के नीचे मिला. गर्दन रेतकर बदमाशों ने नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया है. परिजनों ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त की है. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि बार-बार शिकायत के बाद भी पुलिस तलाश नहीं कर रही थी. हत्याकांड में गुजैनी पुलिस ने घोर लापरवाही की है.
बर्रा गांव बनपुरवा निवासी बलवान सिंह यादव (27) बीते 20 दिसंबर को संदिग्ध हालात में लापता हो गए थे. भाई लवकुश ने बताया कि बलवान भोर में किसी से मिलने की बात कहकर निकले थे, लेकिन घर लौटकर नहीं आए. फोन स्विच ऑफ और देर शाम तक घर वापसी नहीं आने पर गुजैनी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. रविवार सुबह इलाके के लोगों ने बनपुरवा मैहर लॉन के पास पांडु नदी की पुलिया के नीचे शव पड़ा देखा. सूचना पर गुजैनी थाने की पुलिस, एडीसीपी अंकिता शर्मा, एसीपी नौबस्ता अभिषेक पांडेय समेत अन्य थानों का फोर्स मौके पर जांच करने पहुंची थी.
भाई लवकुश और पत्नी रीमा ने आरोप लगाया कि बार-बार कहने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी. इसके चलते 23 दिसंबर को उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय शिकायत करने के साथ ही पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से भी परिवार मिला था. लेकिन इसके बाद भी पुलिस हरकत में नहीं आई और अब शव पड़ा मिला है. गर्दन रेतने के निशान से साफ है कि गर्दन रेतकर मर्डर किया गया है. एसीपी नौबस्ता अभिषेक पांडेय ने बताया कि हत्या की FIR करके मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही हत्यारोपियों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा. मृतक के भाई लवकुश ने बताया कि उनके एक भाई विष्णु भी 15 साल पहले संदिग्ध हालात में लापता हो गया था. आज तक भाई का कुछ पता नहीं चला और अब ठीक इसी तरह से दूसरे भाई का मर्डर किया गया. अगर नदी में पानी का तेज बहाव होता तो शायद शव मिलना भी मुश्किल हो जाता.