ABC News: जीएसटी सचल दल के खिलाफ व्यापारियों में नराजगी है. आरोप लगाया है कि कागजात पूरे होने के बाद भी खड़ी गाड़ी को लें गये. टारगेट पूरा करने के लिए सचल दल के अधिकारिओं पर मनमानी का आरोप लगाया गया है. व्यापारियों का कहना है कि सचल दल बेलगाम हो गया है. टारगेट पूरा करने के लिए सचल दल के सदस्य व्यापारी की खड़ी गाड़ी गंतव्य से ले गए. व्यापारियों का विरोध देख बाद में आला अधिकारियों ने गलत तरीके से पकड़ कर लाई गई गाड़ी रिलीज करने के आदेश दिए.
व्यापारी नेता उमंग अग्रवाल ने बताया कि एक व्यापारी की फैक्ट्री में गाड़ी खड़ी थी. जीएसटी विभाग का सचल दल फैक्ट्री के अंदर पहुंचा और वहां खड़ी गाड़ी जीएसटी के यार्ड में लाकर खड़ी कर दी. व्यापारी द्वारा गाड़ी के सभी कागजात दिखाये गये. गाड़ी खींचकर ले जाने की वजह पूछते पर अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी. पता चलने पर व्यापारी संगठन के नेता सहित अन्य जीएसटी कार्यालय पहुंच गए और आला अफसरों को मामले की जानकारी दी. व्यापारियों ने जीएसटी विभाग के आलाधिकारी से बात की तो उन्होंने भी स्वीकार किया, कि सचल दल गलत तरीके से गाड़ी लाया है. व्यापारियों ने सचल दल पर शोषण करने का आरोप लगाया. इसके बाद एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 ब्रजेश कुमार मिश्र ने गलत तरीके से पकड़ कर लाई गई गाड़ी को छोड़ने के आदेश दे दिए. व्यापारी नेताओं ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई सचल दल के अफसर अपना टारगेट पूरा करने के लिए कर रहे हैं जिसका विरोध किया जाएगा.