ABC News: कानपुर में बांस मंडी रोड पर स्थित पांच व्यावसायिक इमारतों में लगी आग अभी भी पूरी तरह से बुझ नहीं पायी है. देर रात से यहां पर आग बुझाने में दमकल कर्मी जूझते रहे. इस बीच, बारिश भी हुई लेकिन देर शाम तक ग्राउंड फ्लोर लगी आग धधकती रही, इसे देखते हुए हर कोई अलर्ट पर दिखा.
तमाम दुश्वारियों के बावजूद फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने का प्रयास कर रही है. वहीं, बेसमेंट में करीब 5 फीट तक पानी भर गया है, उसे निकालने के लिए नगर निगम की गाड़ी पहुंची है. कॉम्प्लेक्स में रुके एक शख्स के मिसिंग होने की जानकारी सामने आई है. अधिकारियों का कहना है कि आग बुझने के बाद ही उसके बारे में कुछ जानकारी मिल सकेगी. वहीं, अग्निकांड में आंखों के सामने अपनी दुकानें जलती देख व्यापारी फूट फूटकर रो पड़े. कुछ व्यापारी बेहोश तक हो गए. उनकी खुशियां मातम में बदल गईं. ज्यादातर दुकानदारों ने ईद और सहालग के चलते कर्ज लेकर माल का स्टॉक कर रखा था. वहां मौजूद व्यापारी और पुलिस कर्मियों ने उनका ढांढ़स बांधा. कपड़ा व्यापारी किदवई नगर निवासी अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि उनका रिचमैन गार्मेंट्स के नाम से मसूद कॉम्प्लेक्स और एआर टॉवर में एक एक दुकान हैं.
रात करीब तीन बजे आग लगने की सूचना मिली. एक सप्ताह पहले ही लाखों रुपये का कर्ज लेकर माल का स्टॉक किया था. दमकल ने मसूद कॉम्प्लेक्स में लगी आग पर रात तक 80 प्रतिशत काबू पा लिया था, तभी अचानक पानी खत्म हो गया. जब तक पानी का दूसरा टैंकर आता आग ने फिर विकराल रूप घारण कर लिया. देखते ही देखते पूरी मार्केट जलकर राख हो गई. गोविंदनगर निवासी भूपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि मसूद टावर में आरएस ट्रैडर्स के नाम से दुकान है. उनका रेडिमेड का काम है. ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी एआर टावर के प्रथम तल पर रखे हुए जूट की पेटी पर जा गिरी. इससे आग फैलती चली गई. गार्ड की सूचना पर वह परिवार संग मौके पर पहुंचे. हम लोग चिल्लाते.चिल्लाते थक गए कि हम लोगों को माल निकालने दिया जाए. लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया. देखते ही देखते पूरे टॉवर में आग लग गई. प्रशासन द्वारा आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे.
गुमटी के अशोक नगर निवासी कमल कुमार की नफीस टॉवर में नेहा कलेक्शन के नाम से पांच दुकानें हैं. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि लोग कह रहे हैं कि आग बुझाने में कंट्रोल हो गया है. लेकिन आग अभी भी लगी है. दीवारें दहक रही हैं. बगल के हमराज कॉम्प्लेक्स, एआर टावर में अभी भी आग धधक रहीं है. किदवईनगर निवासी सुमन पांडेय ने रोते हुए बताया कि उनके तीन बेटे कृष्णा, अरविंद और सुधीर की हमराज कॉम्प्लेक्स में चार दुकाने हैं. तीन दिन पहले ही उनके बेटों ने बैंक से कर्ज लेकर लाखों रुपये का माल मंगाया था. इस अग्निकांड में चारों दुकान जलकर राख हो गया. सदमें में उनके तीनों बेटे बेहोश हो गए. कपड़ा व्यापारी खेमचंद्र दुसेजा ने बताया कि उनके परिवार की मार्केट में करीब दुकाने हैं. सभी जल गई हैं. पड़ोस की मार्केट से लगी आग से पूरा परिवार बर्बाद हो गया है. करीब ६० लाख रुपये का माल जलकर राख हो गया. पूरा माल बॉबे, सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली से मंगाया था. वह अपने माल यूपी और बिहार में सप्लाई करते हैं. अग्निकांड में अरजन कॉम्प्लेक्स, एआर टॉवर, मसूद कॉम्प्लेक्स, हमराज कॉम्प्लेक्स और नफीस कॉम्प्लेक्स में आग लगी. चार से पांच मंजिला बनी इन व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स में डबल स्टोरी बेसमेंट भी बने हुए हैं. इन कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट से लेकर ऊपर तक आग लग थी. जबकि पीछे की तरफ मार्केट का कुछ हिस्सा आग से बचा गया था.