ABC News: चकेरी के सनिगवां में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया,, यहां पर फतेहपुर से बारादेवी मंदिर के दर्शन के लिए आ रहा श्रद्धालुओं से भरा पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गया. हादसे में एक महिला समेत तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल हो गए. घटना के बाद मौके पर चीखपुकार मच गई,, गंभीर रूप से घायल छह लोगों को हैलट अस्पताल रेफर किया गया है.
बताया जा रहा है कि नवरात्र की नवमी तिथि पर फतेहपुर से 40 श्रद्धालुओं का जत्था दो पिकअप पर सवार होकर कानपुर के बारादेवी मंदिर आ रहा था. इसमें एक पिकअप में महिलाएं और दूसरे में पुरूष सवारियां भरी हुई थीं. पिकअप में सवार महिला पुरूष पूरे श्रद्धाभाव से भजन गाते हुए आ रही थीं. बताया जा रहा है कि सड़क खाली होने के चलते पिकअप की रफ्तार भी काफी तेज थी. सनिगवां मोड़ के पास पहुंचते ही पिकअप चालक गति पर नियंत्रण नहीं रख सका और पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गया.
इससे पिकअप में बैठी महिला सवारियों में चीखपुकार मच गई. हादसे के बाद दूसरे पिकअप पर सवार पुरूष मौके पर आए, स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. घटना में एक महिला समेत तीन लोगों की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई. गंभीर रूप से घायल 20 लोगों को एंबुलेंस की मदद से कांशीराम अस्पताल लाया गया, यहां पर छह घायलों की हालत गंभीर होने पर उन्हें हैलट अस्पताल रेफर कर दिया गया. डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार ने बताया कि अन्य घायलों की हालत स्थिर है.
हादसे दर हादसे लेकिन सबक लेने को कोई तैयार नहीं
माल वाहन में सवारियों को ढोने पर लगी पाबंदी के बावजूद हर तरफ इसका पालन नहीं किया जा रहा है, न तो लोडर चालक और न ही सवारी, कोई मानने को तैयार नहीं है, ट्रैफिक पुलिस पर जिम्मेदारी है कि ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ चालान करने के साथ वाहन सीज करे लेकिन वह भी आंख मूंदे रहती है. आपको बता दें कि घाटमपुर में ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने के बाद जब 26 लोगों की मौत हुई थी, तब मालवाहक वाहनों में सवारियां ढोने पर पाबंदी लगाई गई थी, उसके बाद भी चकेरी से लेकर शिवराजपुर तक कई हादसे हो चुके हैं लेकिन इतने हादसों के बाद भी सबक लेने को कोई तैयार नहीं दिख रहा. पुलिस भी हादसों के बाद कुछ दिन तक एक्शन मोड में रहती है और फिर पहले जैसा सिस्टम शुरू हो जाता है.