ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) कांग्रेस के बाद समाजवादी पार्टी ने भी कानपुर की महापौर सीट पर ब्राह्मण चेहरे का दांव खेल दिया है. समाजवादी पार्टी ने कानपुर से विधायक अमिताभ बाजपेयी की पत्नी वंदना बाजपेयी को टिकट दिया है. पिछले काफी समय से विधायक अमिताभ बाजपेयी अपनी पत्नी को टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत थे.
वंदना बाजपेयी विधायक अमिताभ बाजपेयी की पत्नी हैं. हालांकि, राजनीतिक रूप से वह इतना सक्रिय नहीं रही हैं लेकिन विधायक अमिताभ बाजपेयी के चुनावों में वह पूरी तरह से महिलाओं के बीच अपनी भूमिका को निभाती रही हैं. वंदना बाजपेयी को टिकट देने के पीछे माना जा रहा है कि पिछले दिनों स्वामी प्रसाद मौर्या ने जिस तरह से राम चरित मानस को लेकर बयानबाजी की थी, उससे नाराज सवर्ण वोटों केा किसी तरह अपने पाले में खींचा जा सके. हालांकि, वंदना बाजपेयी के टिकट से पार्टी की महिला नेताओं को बड़ा झटका लगा है. हालांकि, वंदना के टिकट के पीछे चर्चाएं लोकसभा चुनावों से भी जोड़ी जा रही हैं. इसके पीछे जानकारों का तर्क है कि फिलहाल कानपुर में अमिताभ बाजपेयी ही सपा के सशक्त चेहरों में से हैं. ऐसे में ब्राह्मण वोटों केा अपनी तरफ खींचने के लिए बंदना को न केवल टिकट दिलाने में अमिताभ सफल रहे, बल्कि पार्टी के अंदर संदेश भी दे दिया है कि लोकचुना चुनावों में वह पार्टी का चेहरा भी बन सकते हैं. फिलहाल, कांग्रेस और सपा से ब्राह्मण चेहरों के आने के बाद अब सबकी निगाहें भाजपा की तरफ टिक गई हैं. चर्चा है कि दो ब्राह्मण महिला चेहरों के सामने आने के बाद भाजपा क्षत्रिय या फिर पिछले चेहरे पर अपना दांव खेल सकती है.