ABC News: कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी मामले में शनिवार को सपा डेलिगेशन ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की. पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर डेलिगेशन ने उन्हें वह CCTV फुटेज दिखाया, जिसमें बच्चे आतिशबाजी करते हुए दिख रहे हैं. डेलिगेशन ने दावा किया कि इस आतिशबाजी की वजह से ही शिकायतकर्ता महिला के घर में आग लगी थी.
समाजवादी पार्टी के विधायकों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को जब पार्टी विधायक इरफान सोलंकी के डिफेंस कॉलोनी घर पर पहुंचा तो उनकी पत्नी नसीम सोलंकी ने पुलिस की ज्यादती की कहानी बयां की. उन्होंने बताया कि पुलिस वालों ने उनके साथ अभद्रता की और विधायक को तलाशने की हद पार करते हुए मेज की दराजें खोल कर भी उन्हें ढूंढा. डेलिगेशन की अगुवाई कर रहे सपा विधायक और विधानसभा सचेतक मनोज पांडे ने कहा कि पीड़िता ने विधायक के भाई रिजवान सोलंकी पर आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि पूरे मामले में पीड़िता का जो बयान सामने आया था, उसमें इरफान सोलंकी का कहीं नाम नहीं लिया गया. इसके बाद भी बिना मामले की जांच किए केवल इरफान सोलंकी पर मामला दर्ज किया गया बल्कि विधायक होने के बावजूद उसके घर पर दबिश भी दी गई.
अगर विधायक इरफान सोलंकी पर उत्पीड़न नहीं रुकता है तो वह सड़क से लेकर सदन तक विरोध करेंगे. मनोज पांडे ने कहा कि सपा का विधायक होने की वजह से इरफान सोलंकी को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसी जिले में भाजपा के कैबिनेट मंत्री कोर्ट से आदेश की कॉपी लेकर फरार हो गए थे. इस मामले में कार्रवाई के लिए कोतवाली में तहरीर भी दी गई थी, लेकिन मामला तक दर्ज नहीं हुआ. वहीं झूठे मामले में इरफान सोलंकी का नाम आने पर उन पर तत्काल कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर ने उन्हें उचित कार्रवाई करने और तीन अफसरों की कमेटी से मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है. इसके बाद भी