ABC News: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UP-SSSC) की परीक्षा में पुलिस ने सॉल्वर गिरोह का पर्दाफाश किया है. क्राइम ब्रांच और हनुमंत विहार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में नौबस्ता गल्ला मंडी स्थित चित्रा डिग्री कॉलेज के सहायक प्रबंधक समेत सात अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि कॉलेज सहायक प्रबंधक की मिलीभगत से सॉल्वरों ने कैंडीडेट के साथ मिलकर पूरी योजना तैयार की थी. इसमें प्रश्नों का उत्तर वॉट्सऐप के माध्यम से भी दिया जाना था. पुलिस ने गैंग के पास से करीब तीन लाख रूपए और परीक्षा से संबंधित सामग्री बरामद की है.
सॉल्वर गिरोह का खुलासा करते हुए डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल ने बताया कि रविवार को नौबस्ता गल्ला मंडी स्थित चित्रा डिग्री कॉलेज में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UP-SSSC) की परीक्षा थी. इस बीच क्राइम ब्रांच को अपने मुखबिर तंत्र से पता चला कि इस परीक्षा में सॉल्वर गिरोह सक्रिय है. इस सूचना पर परीक्षा के दौरान क्राइम ब्रांच और पुलिस ने नौबस्ता के चित्रा डिग्री कॉलेज में छापा मारा तो यहां पर हड़कंप मच गया. पुलिस को मौके से चार कैंडीडेट मिले, जबकि कॉलेज के बाहर तीन सॉल्वर पकड़े गए. इसके अलावा यहां से कॉलेज सहायक प्रबंधक को भी पकड़ा गया. इनसे जब पूछताछ की गई तो सामने आया कि सॉल्वर गैंग, चित्रा डिग्री कॉलेज के सहायक प्रबंधक कमलेश कटियार के साथ मिलकर नकल करा रहा था. पुलिस को इनके पास से 2,99,500 रूपए, नौ मोबाइल, ओएमआर शीट, प्रश्न पत्र के कोड, एग्जाम सेंटर में अंदर इंट्री करने वाला हॉल टिकट और दो वाहन बरामद हुए हैं. डीसीपी साउथ ने बताया कि इनसे अभी और पूछताछ की जाएगी, जिससे पता चल सके कि पूरी योजना कहां बनीं और कौन कौन इस गिरोह में शामिल है.
वॉट्सऐप के जरिए होनी थी नकल
डीसीपी साउथ ने बताया कि चित्रा डिग्री कॉलेज के प्रबंधक की मिलीभगत से एग्जाम देने वाले चारों कैंडीडेट अपने साथ पेपर के दौरान मोबाइल ले गए. बाहर तीन सॉल्वर बैठाए गए थे. प्रश्नों की सीरीज सेंटर के बाहर पहुंचाई गई थी. यही नहीं, ओएमआर शीट के बारे में भी बताया गया था और वॉट्सऐप के माध्यम से प्रश्न भेजे जाने थे. यही से प्रश्नों के उत्तर भी अंदर भेजे जाने थे. जो सॉल्वर पकड़े गए हैं, वह उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और इनमें से कई एसएससी परीक्षा पहले पास भी कर चुके हैं. इन्हें परीक्षाओं को लेकर काफी जानकारी भी थी.
साढे. तीन लाख में हुआ था सौदा
क्राइम ब्रांच के एडीसीपी मनीष सोनकर ने बताया कि परीक्षा का पूरा सौदा साढ़े तीन लाख में हुआ था. सबसे अलग अलग डील हुई थी. इसमें तीन लाख रूपए कैश गैंग के अलग अलग लोगों के बीच बांटे गए जबकि एक अभियुक्त विनय के खाते में 50 हजार रूपए डाले गए.
यूपीएसएसएससी की परीक्षा में कॉलेज प्रबंधक की सह पर परीक्षा दे रहे सॉल्वर गैंग के 08 सदस्यों को थाना हनुमंत बिहार पुलिस एवं क्राइम ब्रांच की टीम ने किया गिरफ्तार…
गैंग के सदस्यों के पास से 9 मोबाइल, प्रवेश पत्र, प्रश्न पत्र की ओएमआर शीट और 2,99,500-/रु0 हुए बरामद… pic.twitter.com/wuJrbIcaeH— POLICE COMMISSIONERATE KANPUR NAGAR (@kanpurnagarpol) March 27, 2023
ये लोग पकड़े गए
कमलेश कटियार सहायक प्रबंधक चित्रा डिग्री कॉलेज
विनय कुमार ब्वॉयज़ हॉस्टल, छपेड़ा पुलिस, निवासी सफीपुर उन्नाव
सौरभ मिश्र रावतपुर गांव कानपुर
अनुराग दुबे रतनपुर कॉलोनी, पनकी, कानपुर
सुजीत यादव महिपाल खेड़ा लखनऊ
विजय प्रताप सिंह ठाकुरगंज, चौक लखनऊ
संदीप कुमार संडीला, हरदोई
अमर सिंह यादव निवादा प्रयागराज
(रिपोर्टः सुनील तिवारी)