ABC News: सिख विरोधी दंगा में एसआइटी ने अरमापुर क्वार्टर में हुए दोहरे हत्याकांड और निराला नगर हत्याकांड में 1-1 आरोपित को गिरफ्तार किया है. एक आरोपित उन्नाव के सफीपुर से गिरफ्तार किया गया जबकि दूसरा सजेती का रहने वाला है. इस तरह अब तक 32 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं. सिख विरोधी दंगे में हाे रही गिरफ्तारियों से 38 साल बाद पीड़ितों को न्याय की उम्मीद जागी है.
थाना अरमापुर क्वार्टर G-1/557 अरमापुर स्टेट कानपुर नगर में हुए हत्याकांड के मामले में उमाशंकर पुत्र बेलंद को अतहा थाना सफीपुर उन्नाव से गिरफ्तार किया गया है. उसपर वजीर सिंह , सतनाम उर्फ सिम्मी की हत्या का आरोप है. वहीं निराला नगर हत्याकांड में अभियुक्त वीरेंद्र सिंह पुत्र जसवंत सिंह को सजेती कानपुर नगर से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा रही है. वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कानपुर में हुए सिख विरोधी दंगे की जांच एसआइटी ने तीन साल पहले शुरू की थी. जांच पूरी होने के बाद दंगे के 127 मृतकों के परिवारों को इंसाफ मिलने की उम्मीद जागी है. जांच में 14 मुकदमों में गवाह मिल गए हैं और नौ मुकदमों में चार्जशीट लगाई जानी है. एसआइटी को चिह्नित 94 आरोपितों में 74 जिंदा मिले हैं और 20 की मौत हो चुकी है. अबतक 147 गवाहों के बयान लिये गए हैं.