ABC News: राजनीति में शक्ति प्रदर्शन अक्सर देखा जाता है लेकिन जब यह शक्ति प्रदर्शन ओहदेदारों के बीच हो, तो लोगों की दिलचस्पी बढ़ जाती है. कुछ ऐसा ही नजारा दिखा, शहर के समग्र विकास की बैठक को लेकर. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की बुलाई इस बैठक में पूर्व घोषणा के अनुरूप कोई सांसद तो नहीं आया लेकिन महापौर, विधायक से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष के बैठक में शामिल होने से भविष्य की तस्वीर भी दिखाई देने लगी. इस बैठक में न केवल सत्ता पक्ष बल्कि विपक्ष के भी विधायक शामिल हुए.
कानपुर मंडल के कमिश्नर के कैंप कार्यालय में तकरीबन तीन घंटे तक बैठक चली. इस बैठक में रिंग रोड समेत कानपुर के विकास के मुद्दों पर मंथन भी खूब हुआ लेकिन हर किसी की दिलचस्पी इस बात पर ज्यादा दिखी कि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कौन कौन सा चेहरा शामिल होता है. बैठक का समय आया तो महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक अभिजीत सिंह सांगा, सुरेंद्र मैथानी, नीलिमा कटियार, सरोज कुरील, राहुल सोनकर, एमएलसी अरूण पाठक, सलिल विश्नोई के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरूण भी शामिल हुईं. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेयी और मोहम्मद हसन रूमी भी बैठक में शामिल हुए. बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष की इस बैठक से सांसद सत्यदेव पचौरी, देवेंद्र सिंह भोले और अशोक रावत ने पहले ही किनारा कर लिया था.
बैठक के बाद पत्रकारों से मुखातिब विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सांसदों के न आने पर किसी भी प्रतिक्रिया को देने से इनकार कर दिया लेकिन यह जरूर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष होने के नाते उनके पास सारे अधिकार हैं. शहर के विकास को लेकर वह आज से नहीं बल्कि 1991 से बैठकें करते चले आ रहे हैं. जनता को काफी अपेक्षाएं होती हैं, ऐसे में जब पद बड़ हो जाता है तो अपेक्षाएं ज्यादा हो जाती हैं. इसको लेकर कभी कभी तो वह अकेले ही बैठक करते हैं. यह कोई मुद्दा नहीं है.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी