ABC News: कानपुर में ठंड की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण में भी बढ़ोत्तरी होने लगी है. इस सीजन में पहली बार प्रदूषण का स्तर सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक 306 (PM 2.5) तक पहुंच गया है. हवा में नमी की मात्रा बढ़ने के साथ ही धुंध में भी इजाफा हो रहा है.
मौसम विभाग ने नवंबर के दूसरे सप्ताह से धुंध और बढ़ने की संभावना जताई है. वहीं डॉक्टर्स के मुताबिक लोगों को मास्क पहनकर बाहर निकलने की सलाह दी गई है. हवा में अधिकतम आर्द्रता 90 प्रतिशत से ज्यादा हो रही है. यही हवा वायुमंडल में ऊपर उठकर रात से सुबह तक धुंध बनकर छा रही है. मौसम विज्ञानी ने बताया कि चूंकि शहर में प्रदूषण की मात्रा भी ज्यादा है, ऐसे में धुंध की चादर भी बढ़ रही है. वहीं बादलों की आवाजाही बढ़ेगी. CSA यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि आने वाले दिनों में धूप खिलती रहेगी, लेकिन सूरज की तपिश में कमी आ सकती है. इसके कारण तापमान में मामूली उतार चढ़ाव हो सकता है. हिमालय पर आ रहा नया पश्चिमी विक्षोभ भी गंगा के मैदानी क्षेत्र में प्रभाव डाल सकता है. सोमवार रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा. इससे नम हवा तेजी से गंगा के मैदानी क्षेत्र में आएगी और इसके बाद सुबह व शाम धुंध और बढ़ने के आसार हैं. जहां प्रदूषण की मात्रा कम होगी, वहां कोहरा पड़ने की भी संभावना है. ऐसे में विजिबिल्टी में भी कमी आएगी. मौसम विभाग के मुताबिक दीपावली के बाद से रात में ओस की मात्रा में भी इजाफा हुआ है। चूंकि दिन के समय पृथ्वी गर्म होती है और रात में तापमान करीब आधा होता है. इसके कारण जमीन का तापमान भी रात में काफी कम हो जाता है और इसके संपर्क में आने वाली हवा में मौजूद जलवाष्प संघनित होकर सूक्ष्म बूंदों के रूप में जमा हो रही है.