ABC News: कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के बायो केमिस्ट्री विभाग ने 100 कैंसर रोगियों के ब्लड सैंपल की जांच की तो उसमें एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ. दरअसल, सब्जी में डाले जाने वाला कीटनाशक उनके खून में पाया गया है. इसके बाद जब सामान्य व्यक्तियों के खून के सैंपल की जांच की गई तो उनके खून में भी यह कीटनाशक पाया गया जो बहुत ही खतरनाक है और गंभीर बीमारियों को जन्म देता है. शोध में बताया गया कि लोगों में कैंसर का खतरा बढ़ रहा है, इसकी एक वजह यह भी है.
बायो केमेस्ट्री विभागाध्यक्ष डॉ. आनंद नारायण सिंह ने बताया कि सब्जियों से शरीर में आई कीटनाशक दवा है मेटाबोलाइज और यह शोध में पाया गया है. उन्होंने बताया कि शोध के दौरान स्तन कैंसर और मुख कैंसर के रोगियों के सैंपल लिए गए थे, जिसमें जेके कैंसर इंस्टीट्यूट और हैलट में आए कैंसर रोगियों के सैंपल शामिल थे, जिनमें जांच के बाद सब्जियों वाला कीटनाशक ब्लड में पाया गया.डॉक्टरों का कहना है कि सब्जियों में डाली जाने वाली कीटनाशक जब फसलों पर छिड़काव की जाती है तो इसका असर फसल पर पड़ता है और जब व्यक्ति सब्जी खाता है तो कीटनाशक उसके शरीर में पहुंचकर खून में मिल जाता है. इसी वजह से सामान्य व्यक्तियों के खून में भी कीटनाशक दवाएं पाए गए हैं.खून में कई कीटनाशक मिले हैं, इनमें एंडोसेल्फान भी शामिल है जो अल्जाइमर रोग बढ़ा देता है और सेक्स के हारमोंस को कम कर देता है. साथ ही डाईमेथोरेट नामक कीटनाशक भी शरीर के रसायन को नर्वस सिस्टम तक पहुंचाने से रोकता है, जिससे हार्ट संबंधी बीमारियां पैदा होती हैं. इसके अलावा, क्लोरोपाइरोफास भी नर्वस सिस्टम का रोग पैदा करता है. ऐसे ही अन्य कीटनाशक शरीर मे पाए गए हैं जो शरीर के लिए बेहद खतरनाक हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इससे बचने के लिए लोगों को यह ध्यान देना चाहिए कि सब्जियों को हमेशा गर्म पानी से धो कर खाएं. हो सके तो पानी में नमक मिला लें. मौसमी सब्जियों का ही सेवन करें क्योंकि बेमौसम वाली सब्जियों में ज्यादा कीटनाशक होने की संभावनाएं होती हैं.