ABC News: महाराजपुर थानाक्षेत्र के महोली गांव में 20 साल लौटी महिला की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में महिला के दो भतीजों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस हत्याकांड के खुलासे में बड़ी भूमिका निभाने वाले कैब ड्राइवर को भी पुलिस ने सम्मानित करने का ऐलान किया है.
महाराजपुर के महोली गांव में कुछ दिनों पहले कुसुम नाम की महिला संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई थी. इस मामले का पता तब लगा था जब एक कैब चालक ने भागकर पुलिस को सारी जानकारी दी थी. इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और लगातार दबिश के बाद कुसुम के भतीजे आशु उर्फ राघवेंद्र सिंह, बब्लू उर्फ बलवीर सिंह और इनके साले सौरभ सिंह को गिरफ्तार कर लिया. इसमें सौरभ सिंह ने नोएडा से कैब बुक कराकर यहां पर आया था. पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि उनके चाचा रामचंद्र की पत्नी कुसुम जब 20 साल बाद वापस आकर घर में रहने लगीं और खेती में बंटवारे की बात करने लगी, तो वह लोग चिंता में पड़ गए थे. उन्होंने कहा कि चाचा के मंदबुद्धि होने के चलते आशंंका थी कि चाची बाद में सारी संपत्ति अपने नाम करा लेंगी. इसी के बाद कुसुम की हत्या का प्लान बना. इस प्लान में जितेंद्र का साला सौरभ भी शामिल हो गया.
सौरभ नोएडा से कैब लेकर आया, जिसके बाद तीनों प्रयागराज गए. वापस में ढाबे में खाना खाया और इसके बाद हत्या की प्लानिंग तैयार हुई. रात में गांव में बने खंडहर में सभी छिप गए. इसके बाद जब कुसुम रात में घर के बाहर निकलीं, तो तीनों ने मौका देखकर उनका मुंह दबाकर और रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद चाची के शव को बोरी में भरकर वहीं पर रख दिया. अभियुक्तों ने बताया कि उनकी योजना कैब ड्राइवर से ही बोरी फिंकवाने की थी लेकिन उसे संदेह हो गया और वह भाग गया. इसके बाद तीनों मोटर साइकिल से बोरी में भरा शव लेकर निकले और फतेहपुर के रसूलपुर स्थित पधारा नहर में फेंक दिया.अभियुक्तों की निशानदेही पर महिला का बोरी में भरा शव भी बरामद कर लिया गया है.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी