ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) नगर निगम में राजस्व वसूली की समीक्षा करतीं महापौर प्रमिला पांडेय कम वसूली होने पर भड़क गईं और अफसरों पर नाराजगी जाहिर की. महापौर ने सभी मकानों, श्रम विभाग की कॉलोनी, मलिन बस्ती सहित सभी से शत-प्रतिशत वसूली के निर्देश दिए हैं.
नगर निगम सभागार में हुई बैठक में अपर नगर आयुक्त महिपाल सिंह ने महापौर को बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष के सापेक्ष इस बार करीब आठ करोड़ की कम वसूली हुई है. इस पर महापौर का पारा चढ़ गया. महापौर ने कहा कि कानपुर में आवासीय से लेकर व्यावसायिक संपत्तियों में लगातार इजाफा होता जा रहा है, इसके बावजूद वसूली पिछड़ती जा रही है. बैठक में अपर नगर आयुक्त ने बताया कि बड़े बकाएदारों से वसूली की जा रही है. बैठक में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अनिरूद्ध सिंह ने बताया कि कानपुर में 110 वार्डों में 73 का जीआइएस सर्वे हो चुका है,, इसमें से 43 वार्डों में सत्यापन का काम भी पूरा हो चुका है, 30 वार्डों में संयुक्त सत्यापन होना और 23 वार्डो में अभी काम शुरू किया जाना है. महापौर ने पांच साल का समय होने के बाजवूद जीआईएस सर्वे पूरा न होने पर भी नाराजगी जाहिर की. महापौर ने कहा कि हलीमपुर मुस्लिम कॉलेज से अस्पताल रोड तक 15 हजार से अधिक मकान, दुकान और कारखाने हैं. कई मकान पांच मंजिला तक तन गए हैं. जलकल विभाग की लाइन से अवैध कनेक्शन भी हो गए हैं लेकिन नगर निगम से लेकर जलकल विभाग तक वसूली शून्य है. इसकी जांच कराकर टैक्स वसूली करने के निर्देश दिए. इसके अलावा सोसाइटी क्षेत्रों में होने वाले जलभराव को लेकर यहां के अध्यक्ष और महामंत्री पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए.