ABC News: नौबस्ता थानाक्षेत्र अंतर्गत बीमार महिला को बेटी से न मिलाने पर सदमे में जान चली गई. परिजनों ने ससुरालीजनों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. पुलिस ने विवाद बढ़ता देख शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
बर्रा आठ की रहने वाली काजल सिंह (22) के पिता संतोष वर्मा ने बताया कि उसकी शादी 6 फरवरी वर्ष 2018 में हाफिज चौराहा आवास विकास के रहने वाले आशू सिंह से हुई थी. उन्होंने बताया कि शादी के बाद से उनकी बेटी कुछ अस्वस्थ्य रहती थी. बताया कि दो दिन पहले उनके पास दामाद ने फोन कर बेटी की तबियत खराब बताते हुए घर ले जाने की बात कही. इस पर मायके पक्ष के लोगों ने उनसे खुद छोड़ने को कहा था. मायके पक्ष का आरोप है कि जिस पर दामाद आशू ने ऑटो से अकेले भेज देने की बात कही. पिता के अनुसार इसके बाद व और उनका बेटा अविनाश ससुराल पहुंच गए. भाई अविनाश का आरोप है कि आशू ने बेहोशी की हालत में दीदी को भेज दिया. इसके बाद वह लोग उनकी बेटी आरुषि को भी साथ ले जाने की बात कहने लगे. जिस पर उसने साफ मना कर दिया. जिससे उनकी बहन फूट-फूटकर रोने लगी. जैसे तैसे वह लोग उन्हें घर लेकर पहुंचे, जहां उसने अपने साथ हुई आपबीती बताई. उन्होंने बताया कि दीदी को उनकी बेटी से न मिलने देने पर उनकी हालत और बिगड़ते चली गई और सदमे से उनकी मौत हो गई. घटना के बाद मां बब्ली का रो-रोकर बुरा हाल है. पिता का आरोप है कि उनकी बेटी ने कल ही बताया था कि पति आशू उनसे जल्दी तलाक लेने को कहा था। जिसके बाद वह परेशान रहती है. परिजनों का आरोप है कि उसकी बेटी आरुषि को न भेजने पर सदमे में काजल की जान गई है. इस मामले में पोस्टमार्टम हाउस पहुंची मजिस्ट्रेट ने परिजनों के बयान दर्ज किए. वहीं नौबस्ता इंस्पेक्टर संजय पांडेय ने बताया कि परिजनों की ओर से तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.