ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) केस्को में हुए एक करोड़ 68 लाख के फ्रॉड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने मामले का खुलासा करते हुए छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस ने 90 लाख की रकम बरामद होने का दावा किया है. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि इस पूरे मामले में क्राइम ब्रांच की साइबर सेल, स्वाट और सर्विलांस टीम लगातार वर्कआउट में जुटी हुई थीं. केस की जांच में पता चला था कि शातिर बदमाशों ने पेमेंट गेटवे के यूआरएल में बदलाव कर इतनी रकम अपने खाते में ट्रांसफर की है.
इसके लिए बागपत के गिरोह ने आईसीआईसीआई बैंक की बड़ौत शाखा में केस्को इलेक्ट्रॉनिक्स के नाम से खाता खुलवाया था. मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस मेरठ, बागपत और उसके आसपास के शहरों में टीम भेजकर जांच कर रही थी. इस जांच में पूरे फ्रॉड में हैकर्स की भूमिका सामने आयी थी. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बड़ौत में केस्को इलेक्ट्रॉनिक का खाता सुमन नाम की महिला का था. इस पूरे खेल में एक सॉफ्टेवयर इंजीनियर का पूरा खेल सामने आया है, जिसने गेटवे का यूआरएल बदलकर पैसा ट्रांसफर किया था. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अब तक की जांच में मामले में एक बिजली ठेकेदार भी शामिल मिला है. उन्होंने बताया कि बिजली ठेकेदार विवेक शर्मा ने 22 खाते खुलवाए थे.
पुलिस ने जब खाताधारक सुमन और उसके पति योगेंद्र को पकड़ा तो उन्होंने बताया कि वह लोग विवेक शर्मा के संपर्क में थे. मामले में बिजली ठेकेदार विवेक शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है. इनके अलावा दिल्ली निवासी सुहैल खान, बागपत के करन राणा और शक्ति को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए यह तीनों शख्स पैसे निकालने का काम कर रहे थे. सारा पैसा एटीएम और चेक के माध्यम से निकाला जा रहा था. इन सभी के पास से 90 लाख 50 हजार नकद, 31 मोबाइल और 30 एटीएम बरामद हुए हैं. पुलिस कमिश्नर का कहना है कि जांच में गिरोह में शामिल कई अन्य नाम सामने आ सकते हैं.
यह था मामला
केस्को के उपभोक्ता अपने बिलों का भुगतान आईसीआईसीआई बैंक के माध्यम से आनलाइन करते हैं. भुगतान के बाद रकम को बैंक, केस्को के खाते में भेजता है. बीते दिनों जब केस्को ने जांच की तो पाया कि 18 जून से लेकर 16 जुलाई तक करीब 1905 उपभोक्ताओं द्वारा जमा की गई 1.68 करोड़ की धनराशि केस्को को मिली ही नहीं है, इस पर केस्को ने बैंक पर मुकदमा दर्ज कराया था.