ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) कानपुर में गंगा एक बार फिर उफान पर आ गई है. इसी के साथ गंगा ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. चेतावनी बिंदु से करीब एक मीटर दूर गंगा ने घाटों पर कटान शुरू कर दी है. इसकी चपेट में आकर रानीघाट किनारे बसे सरजूपुरवा के दो मकान आ गए. कटान की वजह से इन दोनों मकानों का पिछला हिस्सा भरभराकर गंगा में समा गया. इससे यहां पर रहने वालों में हड़कंप मचा हुआ है.
सरजूपुरवा में रहने वाले बाबू लाल ने बताया कि गंगा का जलस्तर कुछ दिनों से फिर से बढ़ने लगा है. देर रात मकान के पिछले हिस्से गिरने की तेज आवाज आयी. जब वह मौकेे पर पहुंचे तो देखा कि मकान का पिछला हिस्सा गंगा में समा गया है. मकान के हिस्से के साथ गृहस्थी का सामान भी बह गया. बाबू लाल के पड़ोसी रमेश के मकान का भी काफी हिस्सा कटान की वजह से गंगा में समा गया. इसको लेकर घाट किनारे रहने वाले लोगों में दहशत मची हुई है. बताया जा रहा है कि दो मकानों के गिरने की सूचना पर तहसील प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची. गंगा के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए यहां रहने वाले लोगों को मन्नीपुरवा स्थित सरकारी स्कूल में ठहराया गया है.
पहाड़ों पर बारिश से फिर उफनाई गंगा
बात अगर गंगा के जलस्तर की करें तो पहाड़ों पर हो रही बारिश की वजह से यह फिर उफान पर हैं. सिंचाई विभाग के अफसरों का कहना है कि गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. बुधवार को गंगा बैराज की अपस्ट्रीम पर 113.520, डाउन स्ट्रीम पर 112.10 मीटर पर रहा. वहीं, शुक्लागंज की तरफ जलस्तर बढ़कर 112.100 मीटर पर पहुंच गया है. यहां पर 113 मीटर पर जलस्तर पहुंचते ही गंगा चेतावनी बिंदु पर पहुंच जाएंगी और कटरी के चैनपुरवा, दिवनीपुरवा आदि गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच जाएगा. बुधवार को नरौरा से 1,62,120 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जबकि गंगा बैराज से 2,86,133 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया.