ABC News: कानपुर में अफीम कोठी चौराहे पर कई दिनों से चल रही खुदाई और गहरी हुई तो नगर निगम के अफसरों व क्षेत्रीय लोगों में हड़कंप मच गया. जांच में पता चला कि चौराहे से राखी मंडी की तरफ चंद्रिका हाते के अस्सी मीटर के दायरे में पूरा डॉट नाला ही धंस गया है जो ब्रिटिश काल में बना था. इन नालों के ऊपर बने लगभग 100 मकानों के गिरने का खतरा मंडराने लगा है. अब नगर निगम के इंजीनियर डैमेज कंट्रोल करने में जुट गए हैं.
बड़ा संकट यह है कि इस नाले की आगे तक की खुदाई और नाले की मरम्मत ही असंभव हो गई है. क्योंकि चार फीट की गली है और गली के दोनों तरफ मकान बने हुए हैं. बिना मकानों को गिराए नाले की मरम्मत हो ही नहीं सकती. क्योंकि नाले की चौड़ाई ही 8 से 9 फीट की है. इसके बाद खुदाई के लिए भी अगल-बगल कम से कम 3 से 4 फीट का रास्ता मिलना चाहिए. ऐसा करने पर सारे मकान ध्वस्त ही करने पड़ जाएंगे. इंजीनियरों ने दूसरे विकल्पों पर मंथन शुरू किया है. नगर निगम के अधिशासी अभियंता विशेष प्रोजेक्ट एवं जोन-एक के जोनल अभियंता आरके सिंह ने टीम के साथ मौके का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि अस्सी फीट तक पूरा डॉट नाला ही धंस चुका है.अब मकानों को बचाने के लिए इस नाले को डायवर्ट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा. एक तरफ अफीम कोठी की तरफ से नाले को ब्लॉक किया जाएगा और दूसरी तरफ राखी मंडी की तरफ से जहां से चंद्रिका हाता की तरफ यह नाला आ रहा है. वहां से नाला दूसरी तरफ से निकालते हुए लाना पड़ेगा.