ABC News: घंटाघर चौराहा के पास स्मार्ट शेल्टर होम स्थापित किया गया. जरूरत पड़ने पर इसे दूसरे स्थान पर भी शिफ्ट किया जा सकता है. इस शेल्टर होम में एक बार में 24 लोग रुक सकेंगे. इसे निराश्रित लोगों के रुकने के लिए तैयार किया गया है. कमिश्नर डा. राज शेखर ने आज इसका शुभारंभ किया.
कमिश्नर ने बताया कि जेसीआई कानपुर इंडस्ट्रियल क्लब के सहयोग व कानपुर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इसे तैयार किया गया है. दावा किया कि ये प्रदेश का पहला मोबाइल यूनिट शेल्टर होम है. इसे इन्दौर मॉडल के आधार पर तैयार कर कानपुर में उपयोग में लाया ज रहा है. एक शेल्टर होम को बनाने में 10 लाख रुपए खर्च हुए हैं. इसका बाहरी आवरण लोहे से बना है, वहीं अन्दर पीवीसी का प्रयोग किया गया है. इसे इस तरह से तैयार किया गया है कि लोगों को बदलते मौसम में न तो ज्यादा गर्मी और न ही ज्यादा ठंडी लगेगी। यह इन्सुलेशन के रूप में कार्य करेगा. स्मार्ट शेल्टर होम पोर्टेबल है और किसी भी समय जरूरत पड़ने पर इसे किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जा सकेगा. शेल्टर होम पूरी तरह एनर्जी एफिशियेन्ट है. इसमें एलईडी लाइटें लगाई गई हैं. ट्रेन की बोगीनुमा इस शेल्टर होम में पंखे भी लगाए गए हैं. इसके साथ ही हर बेड के पास चार्जिंग पोर्ट भी दिया गया है. अन्य जगहों पर भी इसे जल्द लगाया जाएगा.