ABC News: सूबे के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में मरीज के इलाज के लिए डॉक्टर को ढूंढते रहे, लेकिन उन्हें नहीं मिला. इसके लिए कई बार उन्होंने मेडिकल स्टाफ और अधिकारी को आवाज भी लगाई, लेकिन कोई नहीं आया. इसके बाद कुछ कदम चलकर उन्होंने नर्स को बुलाया और मरीज के इलाज के लिए कहा.
सोमवार को डिप्टी सीएम हैलट अस्पताल पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट का उद्घाटन करने पहुंचे थे. कार्यक्रम खत्म होने के बाद वह हैलट अस्पताल में ओपीडी के बाहर से निकले तो उन्होंने मरीजों को देखकर अपनी काफिला रुकवा दिया. इसके बाद वे ओपीडी में इलाज का पर्चा बनवा रहे लोगों के पास रुक गए और एक-एक कर समस्या पूछने लगे. हैलट अस्पताल के अंदर अचानक रुके काफिले के आसपास एक भी डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ मौजूद नहीं था. इस दौरान उन्होंने एक मरीज के परिजन को देखा. इलाज के लिए डिप्टी सीएम ने मेडिकल स्टाफ या कॉलेज प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार आवाज दी, लेकिन एक भी स्टाफ नहीं आया. इस बार वे ओपीडी गेट तक गए और नर्स को बुलाया और नर्स को मरीज का इलाज कराने के लिए कहा। मरीज का नंबर भी उन्होंने लिया. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के पास कल्याणपुर निवासी महिला ने जमकर हंगामा किया. उसने रो-रोकर शिकायत की कि उनका पति 1 साल से गायब है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज की, लेकिन आज तक खोज नहीं सकी है.
उसने आरोप लगाया कि पुलिस ही उसे पागल बनाने में लगी है. डिप्टी सीएम महिला को ओपीडी के बाहर लेकर आए और पुलिस को सुनवाई करने के निर्देश दिए।डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने हैलट अस्पताल में 100 बेड की पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट का उद्घाटन किया. उद्घाटन के मौके पर डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया जा रहा है. प्रदेश में मेडिकल कॉलेज में ही नर्सिंग कॉलेज का भी संचालन किया जाएगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि अब मेडिकल कॉलेज में एप पर ही डॉक्टर से अप्वाइंटमेंट और फीस भरी जा सकेगी. ओपीडी के बाहर अब पर्चा बनवाने के लिए लंबी लाइन नहीं लगवानी पड़ेगी और न ही डॉक्टर का इंतजार करना होगा. बताया कि कोविड की तैयारियों को परखने के लिए 27 दिसंबर यानि की कल पूरे प्रदेश में मॉकड्रिल का आयोजन किया जा रहा है.