ABC News: पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश अब कानपुर की कटरी के लिए आफत बनती जा रही है. लगातार छोड़े जा रहे पानी की वजह से कटरी के गांव गंगा के पानी से घिर गए हैं. गंगा कटरी का चैनपुरवा गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया. यहां पर लोगों के घरों की दहलीज तक गंगा का पानी पहुंच गया है.
बाढ़ के खतरे को देखते हुए चैनपुरवा गांव की बिजली भी काट दी गई है. आपको बता दें कि गंगा के उफान पर आते ही सबसे पहले चैनपुरवा गांव बाढ़ की चपेट में आता है. इसके अलावा दिवनीपुरवा, लोधवाखेड़ा आदि गांवों से भी गंगा का पानी थोड़ी ही दूरी पर है. इससे यहां के ग्रामीण परेशान दिखाई दे रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ की वजह से उनकी फसल बर्बाद हो गई है.
वहीं, गंगा बैराज से सिंहपुर के बीच स्थित ख्यौरा कटरी के भगवानदीनपुरवा का सड़क संपर्क टूट गया है. इस गांव की मेन रोड पर दो से तीन फीट तक पानी भर गया है. गांव के 40 परिवार पूरी तरह बाढ़ से घिर गए हैं. इसे देखते हुए डीएम विशाख जी ने कटरी के चैनपुरवा, भोपालपुरवा समेत अन्य गांवों का निरीक्षण किया. डीएम ने बाढ़ वाले गांवों में 24 घंटे तहसील के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने को कहा है.
बाढ़ राहत चौकियों को सक्रिय करते हुए उसमें राहत सामग्री की व्यवस्था करने, प्रभावित ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ ही जलभराव वाले स्थानों में दवा का छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं. जिन गांवों में जलभराव है, वहां पर होम डिलीवरी के माध्यम से राशन वितरण किया जाएगा.
मेडिकल टीम को भी हेल्थ कैंप लगाने के निर्देश दिए गए हैं. आपको बता दें कि गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के बेहद करीब पहुंच गया है. गंगा बैराज की अपस्ट्रीम पर जलस्तर 114.400 मीटर, डाउन स्ट्रीम पर 114.20 मीटर और शुक्लागंज की तरफ 112.880 मीटर पर वॉटर लेवल पहुंच गया है.
शुक्रवार को हरिद्वार से एक लाख 24 हजार क्यूसेक, नरोरा से तीन लाख 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि गंगा बैराज से तीन लाख 82 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी