ABC News: शिवराजपुर के सुजान निवादा निवासी सीमा सुरक्षा बल में (बीएसएफ) के गुरदासपुर सेक्टर मैं तैनात इंस्पेक्टर की गुरुवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. शुक्रवार सुबह बीएसएफ के जवान शव को लेकर शिवराजपुर पहुंचे तो परिजनों ने अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग कर हंगामा शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची एसडीएम रश्मि लांबा, एएसपी आउटर विजयेन्द्र द्विवेदी, सीओ राजेश कुमार ने परिजनों को समझाने का प्रयास शुरू किया.
शिवराजपुर के सुजान निवादा निवासी 41 वर्षीय सत्य नारायण उर्फ राजू 113वीं बटालियन शिकार माछीयां बीएसएफ में इंस्पेक्टर तैनात थे. बुधवार की रात उन्होंने संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. शुक्रवार सुबह बीएसएफ के जवान शव लेकर शिवराजपुर पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद परिजनों ने जीटी रोड जामकर हंगामा शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनो को समझा-बुझाकर गांव के लिए रवाना किया तो परिजनों ने गांव के पास शिवराजपुर शिवली मार्ग पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया. मृतक की पत्नी लक्ष्मी देवी ने अधिकारियों पर पति को प्रताड़ित करने और हत्या का आरोप लगाकर दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की. हंगामे की सूचना पर विधायक राहुल बच्चा सोनकर, एसडीएम रश्मि लांबा, एसपी आउटर विजयेन्द्र द्विवेदी व सीओ राजेश कुमार सर्किल के चारों थानों के फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे.
विधायक व अधिकारी परिजन को एक घंटे तक समझा-बुझाकर शव गांव ले गए. विधायक राहुल बच्चा सोनकर ने अधिकारियों से वार्ता की. इस दौरान वहां पहुंची सपा नेत्री रचना सिंह व उनके पति पंकज को पुलिस पकड़कर शिवराजपुर थाने ले गई. जानकारी पर सपा विधायक अमिताभ बाजपेई भी गांव पहुंच गए और उन्होंने भी अधिकारियों से बातकर पीड़ित परिवार की मदद करने की मांग की. सपा विधायक ने परिजनों की मांगे न माने जाने पर पार्टी द्वारा आंदोलन करने की बात कही. परिजन शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने, घटना की सीबीआई जांच कराने परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने व बलिदानी का दर्जा दिए जाने की मांग कर अंतिम संस्कार न करने पर अड़े हैं. वहां मौजूद अधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं.