ABC News: 70 दिनों में रकम दोगुना करने का लालच देकर एक करोड़ रुपये जुटाने के बाद एक आयुर्वेदिक दवा कंपनी कार्यालय में ताला बंद कर फरार हो गई. अल्पाइन नाम की यह कंपनी बिल्हौर कोतवाली के पास डाकखाना वाली गली में संचालित थी. जब कंपनी के संचालकों के भागने की खबर हुई तो सैकड़ों पीड़ितों ने कोतवाली का घेराव किया और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
करीब 90 लोगों ने कंपनी के खिलाफ तहरीर दी है. ठगी के शिकार ककवन, बिल्हौर, अरौल, मकनपुर, शिवराजपुर, चौबेपुर, मंधना, कन्नौज व छिबरामऊ के भी लोग हैं. कोतवाली पहुंचे अलग-अलग गांवों की महिलाओं व पुरुषों ने बताया कि कंपनी यहां दो साल से संचालित थी. कंपनी का संचालन रायबरेली जिले के लालगंज लालमऊ निवासी राम खिलावन करता था. क्षेत्र के कई गांवों में केंद्र खोल रखे थे और आधा सैकड़ा से ज्यादा युवक-युवतियों को जड़ी-बूटी बांटने और रुपये जमा करने के काम में लगा रखा था. माखनपुरवा गांव निवासी गीता ने बताया कि कंपनी उनका 3.50 लाख रुपये दोगुना करने के नाम पर लेकर चली गई है. इसी गांव की माधुरी ने डेढ़ लाख रुपये, बीबीपुर के सोनू ने चार लाख रुपये, बारामऊ के दिनेश ने दो लाख रुपये, मौजमपुर गांव निवासी शिखा ने 50 हजार रुपये, नयापुरवा गांव निवासी रुखसाना व रूपसिंह ने भी क्रमश: 50 हजार और 20 हजार ठगी की शिकायत की है. इसी तरह कन्नौज के विमल ने अपने गांव के कई ग्रामीणों का पांच लाख रुपये ठगने की शिकायत की है. विमल ने बताया कि जड़ी-बूटी देने के एवज में यह कंपनी कुछ धन जमा कराती थी और 70 दिन में धन दोगुना करने की बात कहती थी. पीड़ितों ने यह भी बताया कि कई लोगों का धन दोगुना हुआ. इस वजह से कई लोगों ने कंपनी में रुपये लगा दिए. इसके बाद संचालक भाग गया. उपनिरीक्षक नीरज बाबू ने बताया कि 90 तहरीर मिली हैं. इनके अनुसार करीब एक करोड़ रुपये ठगे जाने की बात सामने आ रही है. लोगों ने बताया कि कंपनी की ओर से पांच हजार रुपया जमा करने पर रकम दोगुना और 40 हजार रुपये देेने पर दस गुना लौटाने का लालच दिया गया था. कोतवाली में शिकायत करने पहुंचीं रानी, देवकी, सोनी, पूनम व दिव्या ने बताया कि कंपनी उन्हें कई प्रकार की जड़ी-बूटियां भस्म बनाने के लिए 40 हजार रुपये जमा करने पर देती थी. भस्म बनाकर देने पर उन्हें 70 दिनों बाद चार लाख रुपये मिलते थे. कंपनी का संचालक डॉ. राम जी उर्फ राम खिलावन भस्म बनाने की विधि भी बताता था. घर से भस्म बनाकर लाने पर डॉ. रामजी स्वयं मशीनों से भस्म की जांच करते थे और 2500 रुपये प्रतिग्राम की दर से खरीदते थे. बड़ी कमाई होती देख आसपास के लोग इससे जुड़ते चले गए. इंसपेक्टर बिल्हौर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी संचालक के विरुद्घ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है.