ABC News: रामादेवी चौराहा को साफ सुथरा और अतिक्रमणमुक्त बनाने की जो कवायद शुरू की गई थी, उसने अब दम तोड़ दिया है. जाम की सबसे बड़ी वजह बनी जिस सब्जी मंडी को नगर निगम अधिकारियों ने हटा दिया था, वह अब फिर से सज गई है, इसकी वजह से एक बार फिर रामादेवी चौराहा की सूरत पहले जैसी नजर आने लगी है. कुछ दिन बहुत सक्रिय दिखे नगर निगम के अफसर, ट्रैफिक पुलिस और चकेरी पुलिस ने भी इस तरह अपनी आंखे बंद कर ली हैं.
आपको बता देें कि कानपुर के पूर्व मंडलायुक्त रहे डॉ. लोकेश एम के सख्त रूख के बाद नगर निगम ने रामादेवी चौराहा पर लगी अवैध सब्जी मंडी को हटा दिया था. करीब पांच करोड़ की लागत से रामादेवी चौराहा को डेवलप करने की योजना भी बनी थी लेकिन पहले कमिश्नर डॉ. लोकेश एम और फिर डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी के ट्रांसफर के बाद सारी कवायदें दम तोड़ गईं और रामादेवी चौराहा फिर से अतिक्रमण और अवैध सब्जी मंडी के कब्जे से कराह रहा है.
इलाकाई लोगों का कहना है कि सब्जी मंडी की वजह से पीक आवर्स में यहां जाम लगना रोज की बात है. यही नहीं, उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाया कि जब सब्जीमंडी को रूमा में शिफ्ट करने की योजना तैयार हो गई थी तो आखिरकार अफसरों ने उसे अमलीजामा क्यों नहीं पहनाया. बहरहाल, रामादेवी चौराहा पर लगने वाली अवैध सब्जी मंडी को लेकर न तो ट्रैफिक पुलिस के अफसर और न ही नगर निगम के जोनल अधिकारी कुछ बोलने को तैयार हैं, ऐसे में सवाल अफसरों की कार्यप्रणाली पर उठ रहे हैं.