ABC NEWS: कानपुर के ककवन थाना क्षेत्र के फत्तेपुर में 13 जनवरी की रात को दोहरे हत्याकांड और डकैती का कानपुर पुलिस ने सातवें दिन खुलासा कर दिया है. पुलिस ने घटना में शामिल छह अभियुक्तों में से 4 को को गिरफ्तार करके लूटा हुआ माल भी बरामद कर लिया है. घटना में शामिल दो अभियुक्तों की तलाश में पुलिस टीम में जुटी हुई है. वारदात का खुलासा करने वाली टीमों को पुलिस आयुक्त द्वारा एक लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है.
अभियुक्तों से पूछताछ में जुर्म कबूल करते हुए बताया कि 12- 13 जनवरी की रात में वह छह लोग पूरी योजना के साथ, दो मोटर साइकिल पर सवार होकर मृतक के घर पर लगभग समय 11 बजे पहुंचे. उनका एक साथी हिमांशु जो इस घटना का मास्टर माइन्ड था वह मृतक के परिवार व राजकुमार एवं उसके परिवार से पूर्व से कई वर्षों से परिचित था और मृतक छम्मीलाल को नाना कहकर सम्बोधित करता था.
हिमांशु ने खुलवाया था दरवाजा
हिमांशु द्वारा घर का दरवाजा खटखटाकर, अपना परिचय देते हुए गुटका लेने के बहाने दरवाजा खुलवाया तथा घर में प्रवेश किया और छम्मीलाल से उसे व उसके साथियों को रात्रि में वहीं रुकने हेतु आग्रह किया गया जिस पर छम्मीलाल द्वारा उनके लिए घर के बरामदे में रुकने हेतु बिस्तर एवं रजाई की व्यवस्था कर दी.
रात तीन बजे वारदात को दिया अंजाम
रात्रि को समय लगभग तीन बजे जब छम्मीलाल और उनकी पत्नी गहरी नींद में सोये थे तब हिमांशु ने अपने साथियों के साथ मिलकर वृद्ध दम्पत्ति की गला घोंट कर हत्या कर दी और सपना के कमरे में जाकर तमंचे से डराकर अलमारी में रखी नगदी और जेवरात निकाल लिये और उसे बंधक बनाकर दोनों मोटर साइकिल पर सवार होकर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गये.
कई साल से परिचित था मास्टर माइंड हिमांशु
राजकुमार के द्वारा बताया गया कि हिमांशु से उनका कई साल का परिचय है क्योंकि हिमांशु के मामा ग्राम बछना थाना बिल्हौर में रहते हैं और राजकुमार की तीन बहनों रानी, सोनतारा , नन्ही की शादी हिमांशु के गांव के समीप चिकता थाना बिधूना जनपद औरैया में हुई है. जब भी राजकुमार अपनी बहन के घर जाता था तब हिमांशु के घर भी जरूर मिलने जाता था.