ABC NEWS: हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध दो सप्ताह से ज्यादा वक्त के बाद भी थमने की बजाय बढ़ ही रहा है. अब इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमले तेज कर दिए हैं. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को देर रात सेना के टॉप जनरलों और वॉर कैबिनेट की मीटिंग बुलाई. माना जा रहा है कि इस मीटिंग में कुछ कठिन फैसलों को लेकर बात हुई है और अगले एक से दो दिन इस जंग के लिए अहम हो सकते हैं. गाजा की सीमा पर इजरायल के करीब 3 लाख से ज्यादा सैनिक लगातार तैनात हैं. पिछले दिनों इजरायल के डिफेंस मिनिस्टर ने सैनिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा था कि आप लोग तैयार रहें, किसी भी वक्त जमीनी हमले का आदेश आपको मिल सकता है.
दरअसल इजरायल और हमास के बीच छिड़ा अब युद्ध कई मोर्चों पर शुरू हो सकता है. ईरान समर्थक हिजबुल्लाह ने लेबनान की धरती से इजरायल पर हमले किए हैं. इसके जवाब में इजरायल भी मिसाइलें दाग रहा है. यही नहीं नेतन्याहू का तो कहना है कि हिजबुल्लाह यदि इजरायल पर हमले करेगा तो यह उसकी सबसे बड़ी गलती होगी और अस्तित्व के लिए भी संकट होगा. इजरायली सेना के प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस ने कहा कि हिजबुल्लाह बहुत खतरनाक खेल खेल रहा है. वह स्थिति को बिगाड़ने में जुटा है और हर दिन हमले तेज हो रहे हैं.
इस बीच ईरान जंग की आग में घी डालता दिख रहा है. ईरान का कहना है कि यदि गाजा पर इजरायली हमले नहीं रुके तो फिर स्थिति कंट्रोल से बाहर हो सकती है. ईरान के शीर्ष राजनयिक हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियान ने कहा कि यदि गाजा से इजरायल और अमेरिका से अपने सैनिक नहीं बुलाए तो फिर क्षेत्र में हालात कंट्रोल से बाहर हो सकते हैं. फिलहाल अमेरिका ने भी अपने सैनिकों को अलर्ट मोड पर रखा है. उसका कहना है कि यदि हमास और इजरायल के अलावा कोई तीसरा प्लेयर एंट्री करता है तो फिर वह भी युद्ध में उतरने से परहेज नहीं करेगा.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि यदि मौके का फायदा उठाकर किसी ने इजरायल पर हमले किए तो फिर हम पीछे नहीं हटेंगे. इस बीच गाजा पट्टी में मानवीय सहायता तेजी से पहुंच रही है. अमेरिका के अलावा भारत ने भी मिस्र के रास्ते मदद भेजी है. गौरतलब है कि अमेरिका के अलावा यूके, फ्रांस, कनाडा और इटली ने भी इजरायल को समर्थन देने का ऐलान किया है. इन देशों का कहना है कि इजरायल पर आतंकी हमला हुआ था और उसे हक है कि वह उसे मुंहतड़ जवाब दे.