ABC NEWS: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मैचों में सट्टा खिलाने वाले शातिर सटोरिया को चमनगंज पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. सटोरिया के पास से 13 मोबाइल, कैश बरामद हुआ है. इसके साथ ही सट्टा खिलाने वाले एप का भी पता चला है. जिससे कानपुर के एक-एक गली-मोहल्ले तक सटोरिया का नेटवर्क फैला हुआ था. शातिर को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया.
फ्लैट से चल रहा था शहर में सट्टे का नेटवर्क
डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने गुरुवार को पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सट्टोरिया की अरेस्टिंग का खुलासा किया. डीसीपी ने बताया कि चमनगंज थाना क्षेत्र के दाल मिल एकता कंपाउंड भन्नानापुरवा चमनगंज निवासी अंशु गुप्ता अपने फ्लैट से पूरे शहर में सट्टे का नेटवर्क फैला रखा था. चमनगंज पुलिस ने दबिश देकर अंशु को अरेस्ट कर लिया. उसके पास से 13 मोबाइल, 1.80 लाख कैश और सट्टा खिलाने वाले एप और नेटवर्क का पता चला. पुलिस ने अंशु को अरेस्ट कर लिया. अंशु ने पूछताछ में बताया कि एप के जरिए ऑनलाइन सट्टा खिलवाता है.
अंशु गुप्ता ने एप के जरिए कानपुर के हर गली-मोहल्ले तक अपना नेटवर्क फैला रखा है. इसके साथ ही पूछताछ के दौरान अंशु से बड़े कई सटोरियों का सुराग मिला है. उसके तीन साथी फरार हैं। पुलिस तीनों की अरेस्टिंग के लिए दबिश दे रही है. जल्द ही पुलिस शहर के अन्य बड़े सटोरियों के नेटवर्क का भी खुलासा करेगी.
इन पुलिस कर्मियों की खुलासे में रही अहम भूमिका
डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि चमनगंज थाना प्रभारी अमरनाथ विश्वकर्मा, दरोगा कृपाशंकर मिश्रा, रणवीर सिंह, विक्रम सिंह स्वाट टीम प्रभारी सेंट्रल जोन, हेड कांस्टेबल रामपाल सिंह, राशिद, विवेक गौतम, देश दीपक, बृजेश सिंह, शिव कुमार सिंह स्वाट टीम सेन्ट्रल जोन, श्याम सुन्दर समेत अन्य पुलिस कर्मियों ने खुलासे में अहम भूमिका निभाई.