ABC NEWS: (भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर में आयकर विभाग ने गुरुवार सुबह छह बजे वनस्पति तेल, फूड आइटम्स और पैकेजिंग का काम करने वाले मयूर ग्रुप के 35 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की. करीब डेढ़ सौ से अधिक आयकर अफसरों ने कानपुर के सिविल लाइन, शक्करपट्टी समेत 20 और मध्य प्रदेश के 15 प्रतिष्ठानों पर एक साथ कार्रवाई की. कानपुर स्थित आवास ,कार्पोरेट कार्यालय ,फैक्टरी में कार्रवाई की गई. सुबह छह बजे से कार्रवाई जारी है. करीब 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का आयकर चोरी की बात फिलहाल सामने आ रही है.
आयकर के सूत्रों के मुताबिक कानपुर समेत यूपी में करीब 20 और मध्य प्रदेश के 15 ठिकानों पर कार्रवाई जारी है. इसमें 150 से अधिक कार्रवाई में शामिल हैं. कानपुर के सिविल लाइंस, शक्करपट्टी समेत, आवास, कार्पोरेट कार्यालय ,फैक्ट्री में कार्रवाई की गई.
पहले भी हो चुकी है छापेमारी
कानपुर में मयूर वनस्पति के ठिकानों 30 दिसंबर 2021 को भी DGGI लखनऊ के छापे में आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई थी. चार साल पुराने इस मामले में कंपनी के मालिक सुनील गुप्ता और सुरेश गुप्ता भी फंसे थे. वर्ष 2019 में डीआरआई ने (राजस्व खुफिया निदेशालय) ने मयूर वनस्पति पर छापा मारकर कंपनी के एक निदेशक को गिरफ्तार भी किया था.
रनियां में मयूर ग्रुप की सबसे बड़ी फैक्ट्री
कानपुर देहात के रनियां क्षेत्र में मयूर ग्रुप की सबसे बड़ी फैक्ट्री है. मयूर ग्रुप ने फैक्ट्री के आसपास भी 1000 एकड़ से ज्यादा जमीनों की खरीद फरोख्त की है. आयकर सूत्रों के मुताबिक कंपनी में बड़े पैमाने पर आयकर चोरी की जा रही थी. करीब 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का आयकर चोरी की बात फिलहाल सामने आ रही है. हालांकि अधिकारियों ने दस्तावेजों को खंगालना शुरू कर दिया हैं. रनियां स्थित फैक्ट्री में भी आयकर की टीम मौजूद है.
कच्चे माल के आयात में भी हेरफेर
25 फरवरी 2019 को डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) टीम को मारे गए छापे पता चला था कि कारोबारी बांग्लादेश के रास्ते थाईलैंड से कच्चा माल (वनस्पति ऑयल) मंगाते थे. थाईलैंड से सीधे आयात पर टैक्स अधिक है, इसलिए इस रास्ते का इस्तेमाल किया जा रहा था. मामले में कंपनी के एक संचालक को गिरफ्तार भी किया गया था.