ABC NEWS: यूपी की एनकाउंटर स्पेशलिस्ट छवि वाली पुलिस लड़कियों के साथ होने वाली छेड़खानी को नहीं रुकवा पा रही है. ताजा मामला कानपुर का है. यहां पनकी इलाके में स्कूटी सवार 3 लड़कों ने सरेआम एक छात्रा का दुपट्टा छीन लिया और भाग निकले. पूरा मामला CCTV में कैद हो गया.
इस रोड पर कई छात्राएं और भी जा रही थीं. जब इस मामले में पुलिस से जवाब मांगा गया, तो थाना प्रभारी ने कहा कि हमारे पास कोई तहरीर नहीं आई है. अगर शिकायत होगी, तो कार्रवाई की जाएगी.
पहले अश्लील कमेंट, फिर दुपट्टा खींचा
पनकी स्टेशन के पास कौशल विकास मिशन केंद्र है. यहां पर लड़कियां सिलाई-कढ़ाई समेत अन्य रोजगार परक शिक्षा लेने आती हैं. बीते मंगलवार दोपहर छुट्टी होने के बाद छात्राएं पैदल घर लौट रही थी. पनकी स्टेशन रोड पर दो छात्राएं पैदल घर जा रही थीं. इसी दौरान पीछे से आए स्कूटी सवार तीन शोहदों ने अश्लील कमेंट करते हुए दुपट्टा खींचकर हवा में लहराते हुए भाग निकले. पूरी वारदात पास के एक दुकान के सीसीटीवी में कैद हो गया.
छात्राओं से आते-जाते शोहदे रोजाना करते हैं छेड़खानी
वहां के दुकानदरों ने बताया कि शोहदे बेखौफ हो गए हैं. यहां पर छात्राओं के साथ छेड़खानी आम बात हो गई है. रोजाना शोहदे कौशल विकास केंद्र की छात्राओं को आते-जाते इसी तरह से छेड़खानी करते हैं. छात्राएं डर की वजह से पुलिस से शिकायत नहीं करती हैं. अगर यही हाल रहा तो किसी दिन यहां पर शोहदे बड़ी हरकत को अंजाम देंगे. दुकानदारों और इलाकाई लोगों में शोहदों को लेकर जबरदस्त आक्रोश है.
वहीं मामले में पनकी थाना प्रभारी रत्नेश सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास फिलहाल कोई तहरीर नहीं मिली है. तहरीर मिलने पर मामले में कार्रवाई की जाएगी. यह कहते हुए पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया.
कमिश्नरेट में अफसरों की फौज कोई सुनने-देखने वाला नहीं
कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में आईपीएस और पीपीएस अफसरों की फौज है. कानपुर नगर में अब 15 आईपीएस अफसर और 25 से ज्यादा पीपीएस अफसर तैनात हैं. इसके बाद भी बेटियों से छेड़खानी के इस मामले को पुलिस ने नजरअंदाज कर दिया जबकि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. पनकी स्टेशन रोड के दुकानदार चीख-चीख के पूरे मामले की गवाही दे रहे हैं. लेकिन कार्रवाई से बचने के लिए पनकी थाने की पुलिस, एसीपी कल्याणपुर विकास पांडेय, एडीसीपी लाखन यादव और डीसीपी वेस्ट से लेकर पुलिस कमिश्नर तक किसी ने पूरे मामले का संज्ञान नहीं लिया.