ABC News : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा में हो रहे चिंतिन शिविर में बताया कि इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब की थी जब वे गुजरात के सीएम थे. उन्होंने कहा कि इसका मकसद अपराध की रोकथाम करना है. हमारी सबकी संयुक्त जिम्मेदारी है कि हर प्रकार के अपराध को रोका जा सके. साथ ही उन्होंने दावा किया कि 2024 तक हर राज्य में एनआईए का ऑफिस होगा.
प्रधानमंत्री @narendramodi जी की प्रेरणा से आयोजित ये चिंतन शिविर देश के सामने मौजूद सभी चुनौतियों का मिलकर सामना करने का मंच प्रदान करेगा।
आज अपराधों का स्वरूप बदल रहा है और ये सीमारहित हो रहे हैं, इसीलिए सभी राज्यों को मिलकर एक साझा रणनीति बनाकर इसके खिलाफ लड़ना होगा। pic.twitter.com/6etr2QOz7c
— Amit Shah (@AmitShah) October 27, 2022
गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया कि हमारी सरकार टीम इंडिया के अप्रोच के साथ आगे बढ़ने की बात करती है. उन्होंने कहा कि तीन सी (कोर्डिनेशन, कोलेब्रेशन और कोऑपरेशन) को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है. आईपीसी और सीआरपीसी में जो सुधार करना है उसे जल्द करके संसद में पास किया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि देश में कई एनजीओ धर्मांतरण और विकास की राह में रोड़ा डालने के लिए विदेशी फंड का दुरुपयोग कर रहे हैं. जिसके कानूनों में बदलाव कर उसे रोकने का काम किया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीमा पार के अपराधों से प्रभावी तरीके से निपटना केंद्र और राज्य सरकारों की सामूहिक जिम्मेदारी है.
मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। इसके लिए NIA व अन्य एजेंसियों को मजबूत किया गया है।
मोदी सरकार 2024 तक देश के हर राज्य में NIA की शाखा बना कर एक दृढ़ आतंकवाद-रोधी नेटवर्क बनाने की दिशा में काम कर रही है। pic.twitter.com/3utn1fL9DR
— Amit Shah (@AmitShah) October 27, 2022
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे संविधान में कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है, लेकिन हम सीमा पार के अपराधों या सीमा विहीन अपराधों से निपटने में तभी कामयाब हो सकते हैं जब इस पर विचार करने के लिए सभी राज्य एकसाथ बैठें और साझा रणनीति बनाकर उन पर अंकुश लगाने के लिए प्रयास करें.’’ शाह दो दिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित कर रहे थे जिसका उद्देश्य ‘विजन 2047’ और ‘पंच प्रण’ पर अमल के लिए एक कार्य योजना बनाना है, जिसका एलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में किया था.