ABC NEWS: ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले देव गुरु बृहस्पति अभी मेष राशि में हैं. गुरु ग्रह मेष राशि में 4 सितंबर दिन सोमवार को शाम 07 बजकर 39 मिनट पर वक्री होने जा रहे हैं. गुरु की उल्टी चाल का असर सभी लोगों के जीवन में देखने को मिलेगा. गुरु ग्रह 4 सितंबर से 31 दिसंबर को सुबह 08 बजकर 09 मिनट तक वक्री रहेंगे. 118 दिनों के बाद गुरु मार्गी होंगे. गुरु के वक्री होने से करीब 4 माह तक 3 राशिवालों की मौज रहेगी और कामयाबी उनके कदम चूमेगी.
श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी बताते हैं कि 12 साल बाद गुरु मेष राशि में वक्री होंगे. ग्रहों के वक्री होने से उनके विपरीत प्रभाव राशियों पर पड़ते हैं, लेकिन वह ग्रह कुछ राशियों को लाभ भी देकर जाता है. ऐसे ही सितंबर में वक्री गुरु मेष, कर्क और धनु राशि को लाभ देने वाले हैं. आइए जानते हैं वक्री गुरु ग्रह का इन 3 राशियों पर क्या शुभ प्रभाव होगा.
सितंबर में राशियों पर होने वाले शुभ प्रभाव
मेष: गुरु ग्रह आपकी राशि में हैं और उसमें ही वे अपनी उल्टी चाल शुरू करने वाले हैं. इसका शुभ प्रभाव आपके जीवन में देखने को मिलेगा. गुरु के शुभ प्रभाव से आपका भाग्य मजबूत होगा. जो भी काम करेंगे, उसमें कामयाब रहेंगे. आपका आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा और आप पहले से अधिक बचत कर सकेंगे. हर गुरुवार के दिन पानी में हल्दी डालकर स्नान करें.
कर्क: व्रकी गुरु आपकी राशि के लोगों की तरक्की के लिए नए अवसर प्रदान करेंगे. इन 118 दिनों में आपको नई नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है और वर्तमान जॉब में भी बहुत मजबूती से उभरेंगे. आपके काम का प्रभाव बढ़ेगा, जिससे विरोधी भी शांत रहेंगे. जो लोग बेरोजगार हैं, उनको खुशखबर मिलेगी. समस्याओं का समाधान होगा और जिदंगी पहले से अधिक खुशहाल होगी. बिजनेस वर्ग के लोगों को फायदा मिलेगा, निवेश लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं.
धनु: आपकी राशि के लोगों पर माता लक्ष्मी प्रसन्न रहेंगी. करीब 4 माह का समय गुरु की कृपा से धन में वृद्धि करने वाला होगा. आपको पैतृक संपत्ति से बड़ा लाभ होगा. आप नई गाड़ी, नया मकान या प्लॉट खरीद सकते हैं. आप से लिए रुपए जो लोग वापस नहीं कर रहे थे, वे उस धन को लौटा सकते हैं. इसके अलावा पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा और परिवार के सुख-सुविधाओं पर रुपए खर्च करेंगे.
प्रस्तुति: भूपेंद्र तिवारी