ABC NEWS: बरेली के सिविल लाइंस स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय में शनिवार को मासिक बैठक में जमकर हंगामा हुआ. भरी मीटिंग में पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने जिला संगठन पर निकाय चुनाव में पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोप लगाए. यह सुनते ही सपा जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप ने विरोध कर दिया और कहा कि टिकट पार्टी मुख्यालय से फाइनल हुए थे आप गलत बोल रहे हैं. इसी बात पर दोनों आपस में भिड़ गए. कुछ ही देर में दोनों धड़ों के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी.
सपा कार्यालय पर शनिवार को जनेश्वर मिश्र की जयंती मनाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. साथ ही पार्टी की मासिक बैठक भी थी. आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा करनी थी. बैठक शुरू होते ही पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने कहा कि नगर निकाय चुनाव में हमारा प्रदर्शन ठीक नहीं रहा. इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है. मेरे कहने पर जिलाध्यक्ष ने शाही, शेरगढ़ और फतेहगंज पश्चिमी का टिकट नहीं दिया. सुल्तान बेग ने कहा कि जिला संगठन ने 35 लाख रुपये लेकर उन लोगों को टिकट दे दिया, जो चुनाव हार गए। यदि उन कर्मठ कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया होता ये तीनों ही सीटें सपा के पास होतीं.
सूत्रों का कहना है कि ऐसा सुनते ही सपा जिलाध्यक्ष खड़े हो गए, उन्होंने सुल्तान बेग को चुप कराते हुए कहा कि आप बैठ जाइए और अब कुछ मत बोलिए. आपके सभी आरोप निराधार हैं। शाही और शेरगढ़ के टिकट लखनऊ से फाइनल हुए मैंने किसी का टिकट नहीं काटा. जिला संगठन ने शाही में साहिद खां और शेरगढ़ में लाला साहिब का नाम प्रस्तावित किया था, जिसे लखनऊ ने ऐन वक्त पर बदलकर शाही में अथर और शेरगढ़ में बाबू अंसारी को दे दिया.