ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर जाजमऊ के डिफेंस कालोनी में महिला के प्लाट को कब्जाने, आगजनी और धमकाने के मामले में आरोपित सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें बढ़ती दिखाई पड़ रही हैं. फोरेंसिक रिपेार्ट ने उनकी पत्नी के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है. जांच में स्पष्ट कर दिया गया है कि आग पटाखों की चिंगारी से नहीं लगी. आग शार्ट सर्किट से भी नहीं लगी. पूरी संभावना है कि आग ज्वलनशील पदार्थ से लगी है.
नजीर फातिमा के प्लाट में सात नवंबर 2022 को रात करीब आठ बजे लगी थी. उन्होंने विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी व एक अज्ञात को आरोपित करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. हालांकि इसके बाद विधायक की पत्नी की ओर से एक वीडियो मीडिया के सामने पेश किया था, जिसमें दावा किया गया था कि आग पटाखों की चिंगारी से लगी है. उसके बाद इस मामले में पिछले दिनों लखनऊ और कमिश्नरेट के फोरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल की जांच की थी और नमूने लिए थे.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक फोरेंसिक रिपोर्ट जाजमऊ पुलिस को मिल चुकी है. उसमें स्पष्ट है कि आग पटाखों की चिंगारी से नहीं लगी। वहीं शार्ट सर्किट से आग लगने की घटना से भी इन्कार किया गया है. रिपोर्ट से ज्वलनशील पदार्थ से आग लगने की संभावना जताई गई है. आग लगाने में किसी तरह का ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग किया गया है, उसकी जांच के लिए एक नमूना थाना पुलिस को दिया गया है. इस नमूने को कन्नौज की फोरेंसिक लैब से परीक्षण कराने को कहा है, ताकि यह पता चल सके कि आग लगाने में किस ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग किया गया.