ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर में ऑपरेशन के दौरान मरीज के पेट में तौलिया छोड़ने वाली महिला डॉक्टर को डीएम ने बर्खास्त कर दिया. उनका लाइसेंस रद करने के लिए एनएमसी को पत्र लिखने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा महिला मरीज के पेट में पट्टी छोड़ने वाले उर्सला के सर्जन डॉ. प्रशांत मिश्र के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए. मंगलवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम विशाख जी ने सख्त कार्रवाई की.
पिछले साल नवंबर में बिल्हौर सीएचसी में संदीप शर्मा की पत्नी के पेट का ऑपरेशन संविदा पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि सूरी ने किया था. लापरवाही इस कदर रही कि तौलिया मरीज के पेट में छूट गया. वहीं, उर्सला अस्पताल में डॉ. प्रशांत ने पिछले महीने जो ऑपरेशन किया उसमें महिला मरीज के पेट में पट्टी छूट गई, अगले ही दिन उसकी मौत हो गई थी. दोनों मामलों की सीएमओ और प्रशासनिक टीम ने जांच की थी. दोषसिद्ध होने पर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई. उधर, डॉ. सूरी मामले की पत्रावली दबाने पर सीएमओ कार्यालय के लिपिक सूर्य नारायण को भी निलंबित कर दिया गया है. कोर्ट के आदेश पर बिल्हौर थाने में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की गई थी.
बैठक में डीएम ने सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को अस्पतालों में आने वाले मरीजों का बेहतर इलाज एवं उनके परिजनों के साथ अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में आयुष्मान कार्ड बनवाए जाने की प्रगति काफी धीमी है इसलिए एसीएमओ डॉ.आरपी मिश्र इसे बढ़ाएं. अंत्योदय कार्ड धारकों का 100 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित करें. डीएम ने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में समुचित माइक्रो प्लान न बनाए जाने एवं आवश्यक तैयारी न किए जाने के कारण एवं अपेक्षित प्रगति न होने के कारण प्रभारी से स्पष्टीकरण तलब किया.