ABC News: कानपुर से लखनऊ के बीच प्रस्तावित रैपिड रेल की फिजिबिलिटी स्टडी रिपोर्ट तैयार की जाएगी. प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन नितिन गोकर्ण की अध्यक्षता में लखनऊ में हुई बैठक में सहमति प्रदान कर दी गई. अब केंद्र सरकार के नेशनल कैपिटल रीजनल प्लानिंग बोर्ड से फंडिंग के लिए शासन ने पत्र लिखा है. रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम के लिए उच्चस्तरीय विकास समिति ने इसका प्रस्ताव किया है.
इसे लेकर बुधवार को हुई बैठक में कमिश्नर डॉ. राजशेखर ने लखनऊ और कानपुर को ट्विन सिटी बनाने की दिशा में इस योजना को अहम बताया. कमिश्नर ने कानपुर मेट्रो के दूसरे रूट बर्रा 8 से सीएसए तक के रूट को गंगा बैराज तक विस्तार करने की जरूरत पर जोर दिया. समिति के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव ने इसका प्रेजेंटेशन दिया. यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि इसे मेट्रो से लिंक करने पर मेट्रो सेवा का भी विस्तार होगा जो कानपुर और लखनऊ दोनों शहरों के लोगों के लिए उपयोगी होगा. प्रमुख सचिव आवास ने रैपिड रेल परियोजना दोनों शहरों के बड़े दायरे के क्षेत्रों से जोड़ा जाना आवश्यक और महत्वपूर्ण बताया. नीरज श्रीवास्तव ने सुझाव दिया कि रैपिड रेल ट्रैक के समानांतर बनी गांव से जैतीपुर तक आवासीय कॉरिडोर, जैतीपुर से अजगैन होकर उन्नाव तक औद्योगिक कॉरिडोर और उन्नाव से बैराज कानपुर तक आवासीय व व्यावसायिक कॉरिडोर का खाका स्टडी रिपोर्ट में शामिल किया जाए. प्रमुख सचिव ने निर्देश दिया कि इस योजना की स्टडी रिपोर्ट राइट्स जैसी एजेंसी या केंद्र सरकार के किसी उपक्रम से कराएं. बैठक में केडीए वीसी अरविंद सिंह और अपर आयुक्त लखनऊ रणविजय सिंह भी मौजूद रहे.