ABC NEWS: हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र विशेष महत्व रखता है. घर में रखी छोटी-छोटी चीजें हमारे जीवन को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए कहा जाता है कि चीजों को वास्तु के हिसाब से सही दिशा में उचित जगह पर ही रखना चाहिए. अक्सर हम इन बातों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिस कारण वास्तु दोष उत्पन्न होते हैं. वास्तु दोष के कारण हमारे जीवन में बहुत सी परेशानी आने लगती है, लेकिन सवाल है कि आखिर वास्तु दोष को किस तरह पहचान कर दूर किया जा सकता है? पंडित इंद्रमणि घनस्याल के अनुसार, वास्तु दोष का निवारण करना ज़रूरी होता है. कुछ बातों से हम वास्तु दोष का पता लगा सकते हैं.
बनते-बनते बिगड़ने लगे काम
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर काम बनते-बनते बिगड़ने लगे या फिर लगातार मेहनत करने के बाद भी सफलता हासिल ना हो तो यह संकेत वास्तु दोष के हो सकते हैं. घर का मध्य भाग ब्रह्म स्थान होता है. ऐसे में इस स्थान पर कोई भी वजनी वस्तु नहीं रखनी चाहिए और ना ही मध्य भाग में शौचालय बनवाएं. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, जिस कारण हर काम में बाधा आती है.
मेहनत के बाद भी कमाई नहीं
लगातार और अधिक मेहनत के बाद भी अगर आर्थिक स्थिति नहीं सुधरती है तो घर में वास्तु दोष हो सकता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम दिशा में वास्तु दोष होने से धन अर्जित करने में समस्या आती है. इस स्थिति में घर के मुख्य द्वार या खिड़की की दिशा बदलने की सलाह दी जाती है.
स्वास्थ्य संबंधी समस्या
परिवार में अक्सर आए दिन कोई ना कोई बीमार रहता है तो यह भी वास्तु दोष के कारण हो सकता है. वास्तु के हिसाब से दक्षिण-पूर्व दिशा में चीजों की सही दिशा नहीं होने के कारण परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य सही नहीं रहता. ऐसे में इस दिशा को वास्तु के हिसाब से दुरुस्त करना चाहिए.