ABC NEWS: कानपुर में बिजली कर्मियों ने केस्को मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के सैकड़ों बिजली कर्मचारियों के साथ विरोध-प्रदर्शन किया. ऊर्जा मंत्री के साथ हुए केस्को के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की.
दिसंबर 2022 में ऊर्जा मंत्री को हुए समझौते के क्रियान्वयन और निजी करण के संबंध में कर्मचारी लगातार विरोध कर रहे हैं इसलिए आज सिविल लाइन स्थित केस्को मुख्यालय के बाहर बिजली कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. 20 फरवरी 2023 को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के द्वारा एक जन जागरण रैली केस्को मुख्यालय से बिजली घर चुन्नीगंज तक निकाली जाएगी, जिसमें बिजली कर्मचारी शामिल होंगे.
मशाल जुलूस लेकर करेंगे आह्वान
14 मार्च 2023 को बिजली कर्मचारी एक मशाल जुलूस निकालकर बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का आह्वान करेंगे, जो केस्को मुख्यालय सिविल लाइन से बिजली घर चुन्नीगंज तक होगी. 16 मार्च 2023 की रात को समिति के द्वारा हड़ताल का भी आह्वान किया गया, जिसमें रात से शुरू होने वाली बिजली कर्मियों की हड़ताल अगले 72 घंटों तक जारी रहेगी. बिजली कर्मचारी और प्रदर्शन का संचालन कर रहे गौरव दिक्षित ने बताया की 200 केबी और उच्च विभव के सभी विद्युत उपकेंद्र एवं लाइनों का कार्य निजी क्षेत्रों को देने की प्रक्रिया चल रही है जो नियमों के खिलाफ है.
पूरे देश में प्रदर्शन की चेतावनी
उन्होंने यह भी कहा कि निविदा और संविदा कर्मचारियों को तेलंगाना राजस्थान जैसे प्रांतों की तरह नियमित किया जाए. बिजली कर्मचारियों के नेता शैलेंद्र दुबे और राजीव सिंह ने बताया कि लगातार निजीकरण का विरोध कर्मचारी कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर कर्मचारी नेताओं से बात करने की पहल नहीं कर रही है. छोटे प्रदर्शन के बाद विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति बड़ा प्रदर्शन पूरे प्रदेश भर में करेगी.