ABC News: देशभर में जांच एजेंसियां कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, टीएमसी समेत विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई कर रही है उधर इंटरपोल ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी को अपने ‘रेड’ नोटिस लिस्ट से हटा दिया है. इसपर अब राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोला है.
विपक्षी नेताओं के लिए ED-CBI, पर मोदी जी के “हमारे मेहुल भाई” के लिए इंटरपोल से रिहाई !
जब “परम मित्र” के लिए कर सकते हैं संसद ठप्प,
तो “पुराना मित्र” जिसको किया था 5 साल पहले फ़रार,
भला उसकी मदद से कैसे करें इंकार?डूबे देश के हज़ारों-करोड़,
“न खाने दूंगा” बना जुमला बेजोड़ !— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 21, 2023
खरगे ने शायराना अंदाज में ट्वीट किया, “विपक्षी नेताओं के लिए ED-CBI, पर मोदी जी के ‘हमारे मेहुल भाई’ के लिए इंटरपोल से रिहाई! जब ‘परम मित्र’ के लिए कर सकते हैं संसद ठप, तो ‘पुराना मित्र’ जिसको किया था 5 साल पहले फरार, भला उसकी मदद से कैसे करें इनकार? डूबे देश के हजोरों-करोड़, ‘न खाने दूंगा’ बना जुमला बेजोड़!” मल्लिकार्जुन खरगे ने भगोड़े मेहुल चोकसी का जिक्र करते हुए अपने एक बयान में ये भी कहा, “भारत के बैंकों से पैसे उठा लेते है, ऐसे लोगों को सुरक्षा देने वाले देश भक्ति की बात करते हैं.” उधर राहुल गांधी के लंदन में दिए भाषण पर भी खूब बवाल मचा है. बीजेपी लगातार राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है. इसपर खरगे ने जवाब देते हुए कहा, “मांफी मांगने का तो कोई सवाल ही नहीं है. ये मुद्दे को हटाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. एंबेसी पर हमले हो रहे हैं उस पर कोई बात नहीं, बैंकों से पैसे उठा ले जा रहे हैं, मेहुल चोकसी जैसे लोगों को प्रोटेक्शन देने वाले देशभक्ति की बात करते हैं.” एक दिन पहले खरगे ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी की एक टिप्पणी को लेकर दिल्ली पुलिस के उनके घर पर पहुंचने को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, “सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है. यात्रा को पूरा हुए 46 दिन हो गए और वे अब पूछ रहे हैं कि आप किससे मिले थे? लाखों लोग इस यात्रा से जुड़े और उनसे (राहुल गांधी) मुलाकात की. अब कहा जा रहा है कि आप मिलने वालों की पहचान करिये.” यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी संसद में बोलेंगे तो खरगे ने कहा, ‘‘मंगलवार के लिए समय मांगा है. अगर बोलने की अनुमति मिलती है तो जरूर बोलेंगे. बोलने के लिए ही तो हम प्रयास कर रहे हैं. लोकतंत्र में अगर बोलने नहीं देते हैं, मुश्किल होती है.’’