ABC NEWS: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन में छात्र संघ चुनाव पर लगी पाबंदी को खत्म कर जल्द चुनाव कराने का प्रस्ताव पेश किया गया. इसके साथ नए सत्र के लिए प्रांत अध्यक्ष और मंत्री का चुनाव भी हुआ.
इस मौके पर एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही ने कहा कि देश की आजादी का 75वां साल है. एबीवीपी भी 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. देश में न दायित्व का दबाव है औऱ न ही दायित्व का प्रभाव है. एबीवीपी की यात्रा त्याग और विचार स्वतंत्रता के साथ गतिशील है. समरसता और एकता के भाव को लेकर एबीवीपी छात्र आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे.
यतींद्र अध्यक्ष तो विक्रांत दोबारा बने मंत्री
वीएसएसडी कॉलेज में हो रहे अधिवेशन में गुरुवार को पहले सत्र में चुनाव हुआ. प्रांत अध्यक्ष सहायक आचार्य डॉ. यतीन्द्र सिंह और प्रांत मंत्री विक्रांत अग्निहोत्री दोबारा निर्वाचित हुए. निर्वाचन अधिकारी व पूर्व प्रांत अध्यक्ष डॉ. अनूप सिंह की अगुवाई में चुनाव हुआ। नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने कहा कि अधिवेशन ऐसा समारोह है, जिसमें परिषद को जानने, अपने कार्यों व नीतियों को समझने और कार्यकर्ताओं से उनके अनुभवों के जरिए सीखने को मिलता है. स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ. उमेश पालीवाल ने छात्रों से राष्ट्रवादी विचारधारा को साथ में जोड़कर सशक्त और अखंड राष्ट्र बनाने की बात कही. उदय राजपूत, विक्रांत अग्निहोत्री, दिनेश यादव और निर्मल तिवारी ने प्रस्ताव पेश किए.
ये प्रस्ताव पेश हुए
– वर्तमान परिदृश्य के अनुरूप कृषि शिक्षा में सुधार करने की जरूरत
– राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की बाधाओं का शीघ्र निराकरण
– विश्वविद्यालयों में खेल के विकास को व्यापक नीति जल्द लागू हो
– छात्रसंघ चुनाव कॉलेजों में फिर से शुरू कराने की है