ABC NEWS: UP में मौसम एक बार फिर करवट लेता नजर रहा है. तेज हवा चलने के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने प्रदेश में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे आने की संभावना जताई है. दरअसल, पहाड़ों पर बर्फबारी और तेज हवा ने मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ा दी है. माना जा रहा है कि अगले दो-तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है.
चल रहीं तेज हवाएं
राजधानी लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद समेत कई इलाकों में सोमवार सुबह से ही ठंडी हवाओं का असर दिख रहा है. ठंडी हवाओं के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. चटख घूप खिलने के बावजूद सर्दी का एहसास हो रहा है. ठंडी हवाओं के असर के कारण लखनऊ में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई. यहां तापमान 9 डिग्री तक पहुंचा. वहीं, अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस तक रहने की उम्मीद है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सोमवार यानी आज और मंगलवार को 25 से 35 किमी प्रति घंटे की गति से तेज सतही हवा चलने की संभावना है. वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश में आज 20 से 30 किमी प्रति घंटे की गति से तेज सतही हवा चलने की उम्मीद है. इस दौरान मौसम शुष्क बना रहेगा.
उत्तराखंड समेत देश भर में कैसा रहा पिछले 24 घंटे का मौसम
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई. वहीं, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और हिमपात हुआ. पूर्वी असम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई.
अगले 24 घंटों के दौरान कैसा रहेगा मौसम
स्काईमेट वेदर के अनुसार, 12 से 15 फरवरी के बीच उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी मध्य प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में 20 से 30 किमी प्रति घंटे की तेज सतही हवा चलने की उम्मीद है. अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है. पूर्वी असम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. जबकि असम और सिक्किम के पश्चिमी हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. दिन और रात का तापमान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत और धीरे-धीरे देश के पूर्वी हिस्सों में भी गिर सकता है.