ABC NEWS: कभी-कभी परीक्षा में इतने कठिन सवाल पूछ लिए जाते हैं जिनके जवाब परीक्षक को ही पता न हों. ऐसे कठिन सवाल पूछने से क्या फायदा? परीक्षा का मतलब छात्र-छात्रों को परेशान करना नहीं हो सकता. परीक्षा में एक सामान्य प्रकृति के प्रश्न होने चाहिए.
ये बातें सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ स्थित लोकभवन में आयोजित मेधावियों के सम्मान कार्यक्रम में कहीं. उन्होंने कहा कि छह साल पहले उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षाएं नकल के लिए बदनाम थीं. स्कूलों में पढ़ाई कम होती थी। परीक्षाएं काफी लंबे समय तक चलती थीं. तीन-तीन महीने तक परीक्षाएं चलती थीं. हमारे समय में नकल रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए. सीएम ने कहा कमैंने विभाग को पहले ही कहा था कि क्या परीक्षा की प्रक्रिया में लगने वाले समय को हम सीमित नहीं कर सकते हैं. माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस लक्ष्य को प्राप्त किया जिसमें 15 दिन के अंदर परीक्षा, 14 दिन के अंदर परिणाम आए.’
उन्होंने कहा कि नकल कराने वाले देश के दुश्मन हैं। यह मेहनती छात्रों के हक पर डाका डालने जैसा है.नकल विहिन परीक्षाएं होनी चाहिए. हमने नकल पर लगाम लगाई. सीएम योगी ने कहा कि यूपी के प्राइमरी स्कूलों में पहले फर्नीचर नहीं था. व्यवस्था खस्ताहाल थी. भवन खंडहर हो गए थे। पिछले छह साल के दौरान यूपी में 1.33 लाख प्राइमरी स्कूलों को कायाकल्प हुआ है. अब स्कूलों में आज अच्छी बिल्डिंग, स्मार्ट क्लास और लैब हैं. मिशन कायाकल्प एक उदाहरण है. हमने 1.62 लाख शिक्षकों की नियुक्ति की. माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों के पास भी मौका है.
मुख्यमंत्री ने मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी के लिए फ्री चलाई जा रही अभ्युदय कोचिंग का उल्लेख करते हुए कहा कि कई मेधावियों ने इसके जरिए सफलता प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया है. सीएम ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि यूपी के छात्रों ने अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छा स्थान प्राप्त करना शुरू किया है. मंगलवार को आए नीट के परिणाम में भी यूपी के छात्रों ने बहुत अच्छे परिणाम लाए हैं. और अच्छे परिणाम हासिल किए जा सकते हैं. सीएम ने स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद को भी बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया.
टॉपर्स को मिले एक लाख रुपए, टैबलेट
इस मौके पर सीएम योगी ने बोर्ड परीक्षा में प्रदेश की मेरिट में आए छात्र-छात्राओं को एक लाख रुपए का चेक, टैबलेट आदि देकर सम्मानित किया. जनपद की मेरिट सूची में आए मेधावियों काे भी जिला स्तर पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में 1,745 मेधावियों को सम्मानित किया गया. इसके साथ ही उन्हें टैबलेट भी दिए गए. इस मौके पर 18 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के भवनों और 125 विज्ञान प्रयोगशालाओं का लोकार्पण भी सीएम योगी ने किया.