ABC NEWS: अयोध्या में रामलला का दर्शन करने पहुंचे कांग्रेस नेताओं के साथ राममंदिर के बाहर ही कुछ लोगों की झड़प हो गई. नेताओं के साथ दुर्व्यहार किया गया। कांग्रेस का झंडा छीनकर फाड़ दिया गया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया तो उन्हें दौड़ा लिया गया. इस दौरान कुछ दूर मौजूद पुलिस पहले मूकदर्शक बनी रही फिर बात बढ़ने पर झंडा छीन रहे लोगों को रोकने की कोशिश की गई. घटना ऐसे समय हुई है जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ पार्टी नेताओं का दल अयोध्या में रामलला का दर्शन करने पहुंचा है. इस बीच हुई घटना से कांग्रेसियों में जबरदस्त रोष फैल गया है.
इस दौरान मौके पर मौजूद अयोध्या की महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रेनु राय ने कहा कि हमारे लोग यहां रामलला का दर्शन करने आए थे. कुछ अराजकतत्वों ने हमारी पार्टी का झंडा छीना और उनके साथ गालीगलौच शुरू कर दिया गया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मारपीट की कोशिश की गई. जय श्रीराम का नारा लगाकार दुर्व्यवहार किया गया. रेनु राय ने कहा कि यह मंदिर किसी एक पार्टी का नहीं है। यह मंदिर सभी लोगों का है.
घटना के बाद कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा मौके पर शुरू हो गया है. कांग्रेस की ओर से हंगामा और नारेबाजी शुरू हो गई है. कांग्रेस के खिलाफ भी कुछ लोगों ने एकजुट होकर नारेबाजी शुरू कर दी है. उनका कहना है कि यहां राममंदिर या देश का झंडा लेकर आना चाहिए। यहां कांग्रेस का झंडा लेकर आने की क्या जरूरत है.
#WATCH | Few people seen vandalising Congress flag outside Ayodhya Ram temple
A Congress delegation comprising Ajay Rai and Deepender Hooda is on Ayodhya visit today pic.twitter.com/fTSOSUurpI
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2024
‘कांग्रेस हाईकमान ने ठुकरा दिया था न्योता’
बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने 22 जनवरी को प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा दिया था. कांग्रेस नेतृत्व ने इसे बीजेपी का इवेंट बताया था और इसे ‘राजनीतिक प्रोजेक्ट’ करार दिया था. कांग्रेस का कहना था कि एक निजी मसला है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी और आरएसएस के नेताओं द्वारा ‘अधूरे’ मंदिर के उद्घाटन के पीछे के मकसद पर सवाल उठाए थे.
22 जनवरी को होनी है रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे. ऐसे में केंद्र से लेकर राज्य सरकार के अधिकारी कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त हैं. अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से एक हफ्ते पहले धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे. प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मेहमानों को न्योते भेजे जा रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों ने बेहद सधे अंदाज में अतिथियों की लिस्ट तैयार की है. मेहमानों की सूची में करीब 150 समुदायों से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है. इन सभी के पास अब न्योते मिलने की पुष्टि होने लगी है.