ABC NEWS: चंद्रयान-3 आज लॉन्च हो गया, लेकिन इसे चांद तक पहुंचने में महीनेभर से ज्यादा का समय लगेगा. 23 या 24 अगस्त को ये चांद की सतह पर लैंड कर सकता है. हालांकि, ये तारीख आगे-पीछे भी हो सकती है. चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को लॉन्च किया गया था, लेकिन 6-7 सितंबर को विक्रम लैंडर की क्रैश लैंडिंग हो गई थी.
#WATCH | Sriharikota: People watch as the countdown for the launch of the Chandrayaan 3, India’s 3rd lunar exploration mission begins. Launch is scheduled for 2:35 pm IST pic.twitter.com/WuuVmTLoaa
— ANI (@ANI) July 14, 2023
भारत का तीसरा मून मिशन ‘चंद्रयान-3’ (Chandrayaan-3) शुक्रवार को लॉन्च हो गया. इसे दोपहर 2:35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा गया. 615 करोड़ की लागत से तैयार हुआ ये मिशन करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा. ‘चंद्रयान-3’ को भेजने के लिए LVM-3 लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया. इसे पहले GSLV MK-III के नाम से जाना जाता था. इसी रॉकेट से स्पेस एजेंसी इसरो ने चंद्रयान-2 को लॉन्च किया था.
राजनाथ सिंह ने भी दी ISRO के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”आज का यह दिन, भारतीय इतिहास में एक विशेष महत्व का है. मिशन चंद्रयान-3 की लांचिंग, नये भारत की आकांक्षाओं को नया आकाश देने जा रही है. इस मिशन में हमारे देश के वैज्ञानिकों की वर्षों की मेहनत, लगन, समर्पण और प्रतिबद्धता जुड़ी हुई है. यह मिशन सफल हो, इसके लिए ISRO की पूरी टीम को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं.”
अगस्त में चांद पर उतरेगा चंद्रयान-3
आज दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से इसे प्रक्षेपित किया गया चंद्रयान 3 अगर सबकुछ ठीक रहा तो यह अगस्त के आखिर में चंद्रमा पर उतरेगा. बृहस्पतिवार को दोपहर एक बजकर पांच मिनट पर इसकी 25.30 घंटे की उलटी गिनती शुरू की गई थी.
चंद्रयान की लॉन्चिंग पर मौजूद ये लोग
विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के तौर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन सेंटर पहुंचे हैं. इसके अलावा पूर्व इसरो चीफ राधाकृष्णन, के सिवन और एएस किरण कुमार भी चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग पर मौजूद हैं.
हजारों लोग पहुंचे श्रीहरिकोटा
सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में एतिहासिक दिन वैज्ञानिकों के परिवार व पत्रकारों सहित बड़ी संख्या में लोग भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के तीसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ के प्रक्षेपण का साक्षी बनने के लिए एकत्रित हुए. चिलचिलाती गर्मी और शुष्क मौसम के पूर्वानुमान के बावजूद उत्साही अंतरिक्ष प्रेमियों को ले जाने वाले यात्री वाहन इस अंतरिक्ष बंदरगाह की ओर बढ़ रहे थे. एलवीएम3एम4 रॉकेट शुक्रवार को इसरो के महत्वाकांक्षी ‘चंद्रयान-3’ को पृथ्वी के इकलौते उपग्रह चंद्रमा की यात्रा पर ले जा रहा है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से 10,000 से अधिक लोग सुबह से ही यहां पहुंचे थे. इन्हें सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) के मुख्य प्रवेश द्वार के निकट इसरो द्वारा निर्धारित एक गलियारे से प्रक्षेपण देखने की अनुमति दी गई. जब चंद्रयान-3 को लॉन्च किया गया, तब हजारों लोगों ने तालियां बजाकर उसे चांद की यात्रा के लिए रवाना किया.