ABC NEWS: हर तरफ हो रही है आलोचना के बाद कनाडा भी अब होश में आने लगा है. दो दिनों के बाद कनाडाई कैबिनेट मंत्रियों ने आखिरकार अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के उस वीडियो की निंदा की जिसमें भारतीय मूल के हिंदुओं को कनाडा छोड़ने के लिए कहा गया था. एक कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आक्रामकता, नफरत, धमकी या भय भड़काने के किसी भी कृत्यों की कनाडा में कोई जगह नहीं है. उनके विभाग ने इस वीडियो को अपमानजनक बताया.
सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने ट्वीट किया, “सभी कनाडाई अपने समुदायों में सुरक्षित महसूस करने के योग्य हैं. हिंदू कनाडाई लोगों को टारगेट करने वाले एक ऑनलाइन नफरत भरे वीडियो का प्रसार उन मूल्यों के विपरीत है, जिन्हें हम कनाडाई के रूप में प्रिय मानते हैं. आक्रामकता, नफरत, धमकी या भय भड़काने के कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है.” उनके विभाग ने भी इसी तरह के बयान दिए और वीडियो को अपमानजनक और घृणित बताया.
कनाडा के आपातकालीन मंत्री हरजीत सज्जन ने इसी तरह की भावना व्यक्त की, जैसा कि डोमिनिक लेब्लांक ने ट्वीट में किया. उन्होंने कहा, “जो कोई भी कहता है कि आप अपने घर में सुरक्षित नहीं हैं और आप स्वागत के लायक नहीं हैं, वे कनाडा में स्वतंत्रता और दयालुता के मूल्यों के खिलाफ हैं. आप कनाडा के प्रति जिम्मेदार रहें दूसरों को अपने कनाडा के प्रति प्रेम को गलत ठहराने या उस पर सवाल उठाने न दें.”
हालांकि, हिंदू समूह सिर्फ ट्वीट से संतुष्ट नहीं थे बल्कि उन्होंने कार्रवाई की मांग की. कैनेडियन हिंदूज फॉर हार्मनी संगठन ने सरकार से वीडियो जारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि ऐसे बयान पर्याप्त नहीं हैं. उन्होंने पूछा, “आप अपराधी पर घृणा अपराध के तहत आरोप क्यों नहीं लगा रहे?”
वायरल हुए एक वीडियो में एसएफजे के कानूनी सलाहकार और निज्जर के करीबी दोस्त गुरपतवंत पन्नून ने कहा, “भारत-हिंदू कनाडा छोड़ो, भारत चले जाओ.” पन्नून ने कहा, “आप न केवल भारत का समर्थन करते हैं बल्कि आप खालिस्तान समर्थक सिखों के भाषण और अभिव्यक्ति के दमन का भी समर्थन कर रहे हैं.” गुरपतवंत पन्नून ने कहा कि वे निज्जर की हत्या का जश्न मनाकर हिंसा को भी बढ़ावा दे रहे हैं.