10वीं में 95% अंक और फांसी लगाकर दी जान, ऑनलाइन गेम की लत ने ली होनहार की जान?

News

ABC NEWS: अलीगढ़ में महुआखेड़ा थाना क्षेत्र के एटा चुंगी बाईपास स्थित ग्रीन पार्क अपार्टमेंट के एक फ्लैट में सीए (चार्टर्ड एकाउंटेंट) के नाबालिग बेटे ने फांसी लगाकर जान दे दी. आत्महत्या से पहले किशोर लैपटॉप पर कोई ऑनलाइन गेम खेल रहा था। उसने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि आईएम सॉरी मम्मी-पापा है. मैंने आपको नीचा दिखाया. किशोर ने इसी साल सीबीएसई बोर्ड से 10वीं की परीक्षा पास की थी. पढ़ाई में होनहार किशोर के 95 प्रतिशत अंक आए थे. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.

चार्टर्ड एकाउंटेंट अमित निर्मल का ग्रीन पार्क अपार्टमेंट में फ्लैट है. शनिवार को वह अपनी पत्नी के साथ मसूरी घूमने गए थे. छोटा बेटा लक्ष्य स्कूल ट्रिप पर पुणे गया है. घर में 16 साल का बेटा दक्ष सिंह राठौर था. दक्ष शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल से 11वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहा है. सोमवार रात को उसकी 11 बजे माता-पिता से फोन पर बात हुई.

पिता ने उसे बताया कि वह कुछ ही घंटों में घर पहुंच जाएंगे. अमित निर्मल के अनुसार रात एक बजे करीब वह अपार्टमेंट में पहुंचे. फ्लैट का दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक गेट न खुलने पर उन्होंने दूसरे फ्लैट की बालकनी से चढ़कर अपने फ्लैट का दरवाजा खोला. अंदर बेटा दक्ष पंखे पर लगे फंदे पर लटका हुआ था. पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंच दक्ष को फंदे से उतार एक निजी अस्पताल लेकर गई. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर मंगलवार को परिवार वालों के सुपुर्द किया.

पुलिस को कमरे से सुसाइड नोट मिला
पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें आईएम सॉरी मम्मी-पापा, आई हैव लेट यू डाउन (मुझे माफ कर देना मम्मी-पापा, मैंने आपको नीचा दिखाया है) लिखा था. पुलिस ने उसे सीज कर दिया है. इधर, कमरे से एक लैपटॉप बरामद हुआ है. उसमें एक गेम चल रहा था. पुलिस सभी सबूतों के साथ मामले की जांच में जुटी है. पुलिस के अनुसार परिवार वाले आत्महत्या के कारणों के विषय में कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रहे हैं.

एएसपी पुनीत द्विवेदी के अनुसार मृतक के घर से मिले सुसाइड नोट व लैपटॉप की जांच की जा रही है. साथ ही किशोर के मोबाइल की भी जांच की जा रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. परिवार वालों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है.

होनहार दक्ष ने क्या गेम की खातिर दे दी जान
फांसी के फंदे पर लटककर जान देने वाला 16 साल का दक्ष सिंह राठौर होनहार था. इसी वर्ष उसने 10वीं की परीक्षा सीबीएसई बोर्ड से 95 फीसदी अंकों से पास की थी। घटना से परिवार में मातम पसर गया है. अपार्टमेंट के लोग भी हैरान हैं। इस घटना के बाद एक सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या गेम में हार-जीत की खातिर दक्ष ने अपनी जान दे दी.

दरअसल, पुलिस की अभी तक की जांच में ऐसा कोई स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या का कारण स्पष्ट हो सके. परिवार आर्थिक रूप से संपन्न था। सीए अमित निर्मल के अपार्टमेंट में दो फ्लैट हैं. रामघाट रोड पर ऑफिस है. बैंक व कई कंपनियों के लिए वह चार्टर्ड एकाउंटेंट का काम करते हैं। पत्नी ग्रहणी हैं.

दक्ष और छोटे बेटे लक्ष्य को शहर के नामचीन स्कूल से पढ़ा रहे हैं. अभी तक की जांच में पुलिस के सामने दक्ष का किसी से कोई विवाद, किसी मित्र से कोई अनबन, पारिवारिक अनबन, पढ़ाई का दबाव जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. ऐसे में पुलिस व परिवार सहित अपार्टमेंट के लोगों का दिमाग गेम की खातिर जान देने के एंगल पर ही टिका हुआ है.

दक्ष की आंखों से रोशन होगी किसी नेत्रहीन की दुनिया
दक्ष द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद उनके परिवार में गम का माहौल है. होनहार बेटे को खोने के बाद पिता और मां बदहवास हैं. दक्ष के पिता अमित निर्मल ने उसकी मौत के बाद फैसला किया कि वह उसकी आंखों को दान करेंगे. इसके लिए उन्होंने शपथ पत्र देकर आंख दान की. ऐसे में अब दक्ष की आंखें किसी नेत्रहीन की दुनिया को रोशन करेंगी.

छोटे बेटे के इंतजार में रोका अंतिम संस्कार
अमित निर्मल का छोटा बेटा लक्ष्य अपने स्कूल ट्रिप पर पुणे गया है. उसके पिता ने लक्ष्य व उसके स्कूल के अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. जानकारी पर लक्ष्य को पुणे से वापस लाने की तैयारी की गई। मंगलवार दोपहर को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवार वाले अपने घर ले गए. यहां देर शाम तक लक्ष्य के आने के इंतजार में अंतिम संस्कार नहीं किया गया.

खबरों से जुड़े लेटेस्ट अपडेट लगातार हासिल करने के लिए आप हमें  Facebook, Twitter, Instagram पर भी ज्वॉइन कर सकते हैं … Facebook-ABC News 24 x 7 , Twitter- Abcnews.media Instagramwww.abcnews.media

You can watch us on :  SITI-85,  DEN-157,  DIGIWAY-157


For more news you can login- www.abcnews.media