ABC NEWS: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुए MMS कांड में बड़ा खुलासा हुआ है. पूछताछ में पता चला है कि लड़की को सेना का एक जवान वीडियोज के लिए ब्लैकमेल कर रहा था. जानकारी के मुताबिक सेना का जवान जम्मू का रहने वाला है और उसका नाम संजीव कुमार है. फिलहाल यह जवान अरुणाचल प्रदेश के एटा नगर के पास पोस्टेड है. अब पुलिस सेना के जवान संजीव कुमार को गिरफ्तार कर पूछताछ करेगी.
एसआईटी की जांच में क्यों देरी हो रही, जानिए
SIT जांच की प्रक्रिया में इसलिए देरी हो रही है क्योंकि अभी तक फॉरेंसिक की डिटेल रिपोर्ट एसआईटी टीम के पास नहीं पहुंची है. आरोपी लड़की और आरोपियों से लगभग 3 घंटे की हुई पूछताछ में 150 सवाल पूछे गए, जिसमें लड़कियों के वीडियो बनाने का असली मकसद क्या था, आरोपी छात्रा के दोनों साथी पंकज और सनी मेहता इतने सारे वीडियो का क्या करते थे.
लड़की से पूछे गए ये अहम सवाल
क्या लड़कियों की यह वीडियो आगे किसी को भेजे जाते थे,अगर हां तो किसको भेजे जाते थे यह आपत्तिजनक वीडियो है. क्या यह लोग किसी बड़े रैकेट से जुड़े हुए हैं. क्या आरोपी छात्रा को कॉलेज के अंदर से ही मदद मिल रही थी. क्या आरोपियों का मकसद इन आपत्तिजनक वीडियोस के जरिए सिर्फ पैसा कमाना ही है. क्या यह आरोप सही है जिस समय छात्रा अपने साथियों को नग्न वीडियोज की फाइल्स भेज रही थी तब कोई मोहित नाम का शख्स उनके साथ चैटिंग कर रहा था.
7 घंटे में से लगभग 3 घंटे तक बंद कमरे में अकेले लड़की से पूछताछ चली. पूरी पूछताछ की वीडियोग्राफी की जा रही है ताकि जरूरत पड़ने पर उसे कोर्ट में पेश किया जा सके.
फॉरेंसिक की डिटेल नहीं मिली है
सूत्रों के मुताबिक मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने से जुड़े मामले में पंजाब पुलिस की जांच काफी धीमी चल रही है, इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि अभी तक यह जांच स्लो मोशन में इसलिए है कि फॉरेंसिक की डिटेल रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली में है.
यूं तो पंजाब सरकार ने इस मामले की इन्वेस्टिगेशन के लिए तीन सीनियर अफसरों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई है मगर इसकी इंक्वायरी को टाइम बाउंड नहीं किया गया. ऐसे में केस की फैक्ट फाइंडिंग इन्वेस्टिगेशन टाइमलेस तरीके से आगे बढ़ेगी.