ABC NEWS: यूपी के बाराबंकी जिले में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक भाई-बहन के बीच हुई कहासुनी ने अचानक बेहद दर्दनाक मोड़ ले लिया. बहसबाजी से गुस्साए भाई ने सरेआम धारदार हथियार से अपनी सगी बहन का पहले हाथ काटा और फिर उसकी गर्दन काट दी. उसके बाद हाथ में कटा सिर लेकर आरोपी भाई थाने की ओर निकल पड़ा. मामले में अब कई खुलासे हो रहे हैं. बताया गया कि मृतका का गांव के ही एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इसको लेकर वह भाई नाराज था. कुछ दिन पहले ही भाई ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में भी देख लिया था.
गांव के ही युवक से चल रहा था प्रेम प्रसंग
दरअसल, यह पूरा मामला बाराबंकी में फतेहपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मिठवारा गांव का है. यहां रियाज नाम के एक शख्स ने अपनी सगी बहन आसिफा की गर्दन सिर्फ इसलिए काट दी, क्योंकि उसे गांव के ही चांद बाबू से प्यार हो गया था. रियाज ने पहले आसिफा का हाथ काटा, उसके बाद उसने उसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी. जानकारी के मुताबिक, आसिफा बिल्कुल भी पढ़ी-लिखी नहीं थी और कुछ दिनों से उसका चांद बाबू के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था.
बहन को प्रेमी संग आपत्तिजनक हालत में देख लिया था
रियाज ने आसिफा को चांद बाबू के साथ आपत्तिजनक हालत में देख भी लिया था. इसके अलावा आसिफा चांद बाबू के साथ भाग भी गई थी, लेकिन बाद में पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर उसे बरामद करके चांद बाबू को जेल भेज दिया था. आसिफा की घर में और बहनें भी हैं, जो इस वारदात के बाद से सहमी हुई हैं.
रियाज ने हाते में क्या किया किसी को पता नहीं
रियाज द्वारा बहन की हत्या को लेकर पूरे गांव में दहशत दिख रही थी. गांव में महिलाएं दरवाजे के बीच से झांकते दिखे तो पुरुष भी इधर-उधर खड़े होकर बहुत ही खामोशी से खड़े थे. पूछने पर किसी ने कहा कि उनके हाते में क्या हुआ किसी ने नहीं देखा, जब सिर काटकर ले जाने के विषय में पूछा गया तो लोगों ने कहा कि कह रहा था कि बड़बड़ाते हुए कह रहा था कि थाने जा रहा हूं.
गांव वालों की पास जाने की हिम्मत नहीं हुई
लोगों ने बताया कि उसे जाते हुए तो लोग देख रहे थे मगर उसके करीब कोई नहीं जा रहा था. इतना ही नहीं तीन-चार सौ फीट की दूरी से ही कोई फोटो तो कोई वीडियो पीछे से बनाता नजर आया. सामने से किसी ने भी फोटो या वीडियो बनाने की हिम्मत नहीं जुटाई. लोगों ने बताया कि रियाज के चेहरे पर कोई सिकन नहीं दिख रहा था. वह आराम से एक हाथ में बांका और एक हाथ में बहन का सिर लेकर जा रहा था. इसे लेकर रियाज के पिता भी कुछ नहीं बता पाए. वहीं, लोगों ने भी घटना के समय हुई परिस्थितियों को लेकर कुछ भी नहीं बता पाए. ग्रामीणों में चर्चा थी कि लड़की अक्सर कहती थी कि वह छूटकर आएगा तो वह वहीं जाएगी.
परिवार में कौन-कौन
मिठवारा के अब्दुल रशीद सब्जी की फेरी लगाकर परिवार चलते हैं. उनके तीन बेटे सिराज, रियाज, मेराज और चार बेटियां रुकैया खातून, मृतका आसिफा, सना खातून और रुआदा खातून हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. एक कमरे में रहकर गुजारा चलाते हैं. रियाज दिल्ली में रहकर बर्तन ढलाई का काम करता था. दो महीने पहले आसिफा जब प्रेमी चांद बाबू के साथ चली गई थी, तो वह दिल्ली से गांव आ गया था. यहां रहकर वह भी सब्जी बेचने का काम करने लगा था. गांव वालों ने बताया चांद बाबू जेल से छूटने के बाद लखनऊ में अपने फूफा सिराज के यहां रह रहा था. करीब पांच दिनों पहले वह गांव के किनारे देखा भी गया था. हालांकि वह घर नहीं आया था, लेकिन शायद आशिका से उसकी मुलाकात हुई थी.